रमन संधू:~फिरोजपुर
*जय वाल्मीकि V जय अंबेडकर। प्रैसविज्ञप्ति _______________ 14 धार्मिक संस्थाओं के सुप्रीमों ने कल डॉ अंबेडकर भवन लुधियाना में अनार्यश्रेष्ठ मदन पाल तेश्वर जी कि अध्यक्षता में पावन एवं पवित्र मुक्ति माला के पाठ द्वारा आदि शंबूक हुआ। बैठक का संचालन अनार्यश्रेष्ठ वीरेश डा. मुकेश अनार्यवंशी जी ने किया उन्होंने राष्ट्रीय वाल्मीकिन समाज एकता मिशन 2011 का सफर बयां करके सहारनपुर में 20 जुलाई को 24 वीं एकता बैठक में 7 विषय प्रस्तावित किए और 3 अगस्त को 25 वीं सिल्वर जुबली एकता बैठक लुधियाना में अनार्यश्रेष्ठ मदन पाल तेश्वर जी कि अध्यक्षता में 5 विषय सर्वसम्मति से पारित किए गए तथा 2 विषय प्रस्तावित जो रहे गए थे उन दोनों विषय पर कल 26 वीं एकता बैठक अनार्यश्रेष्ठ मदन पाल तेश्वर जी कि अध्यक्षता में हुई जिसमें पंजाब, हरियाणा , नई दिल्ली, उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़, राजस्थान तथा मुंबई से आए 14 राष्ट्रीय संस्थाओं के सुप्रीमों के अलावा 10 क्षेत्रीय संस्थाओं के प्रमुखों ने अपने अपने विचार देते हुए आसमानी आदि धर्म ध्वज को पास करने पर सर्ववीर हर्षित शीतल आदिवंशी, रवि आदिवंशी, सचिन रावण, डा. अरुण सिद्धू , दिलबाग टांक आदिवासी, आनंद राक्षस, वीरेश भीम सिंह अनार्य, महात्मा बाल चंद बोहत, शिव कुमार बिड़ला, नरेश ढिंगान, ओ पी भट्टी, हरदीप आदिवासी, राज आदिवंशी, अरुण धालीवाल, विनोद बोहत, बाबा जसपाल नाथ, शिव खोड़ा, बिरम सिंग कीर, कुशराज, सुरेंद्र पाल सिंह शेरयाल, रामेश्वर टांक, ओम पाल चावर, कुशराज, वीरेश डा. मुकेश अनार्यवंशी तथा अनार्य श्रेष्ठ मदन पाल तेश्वर जी ने भी अपना व्यक्तिगत आसमानी आदि धर्म ध्वज को समर्थन दिया, अत: में सबके विचार और राय सुनने और जानने के बाद सर्वसम्मति से 26 वीं एकता बैठक के सभापति अनार्य श्रेष्ठ मदन पाल तेश्वर जी ने 4 चौरंगे और 24 आसमानी के समर्थन में आदि धर्म ध्वज, पर अपनी अध्यक्षीय भाषण में अपनी मोहर लगाते हुए 15 वर्षों के राष्ट्रीय वाल्मीकिन समाज एकता मिशन 2011 के संघर्ष को सेल्यूट करते हुए सहर्ष से आसमानी आदि धर्म ध्वज को पारित कर दिया । एकता बैठक में उपस्थित आदि धर्म प्रेमियों ने आसमानी आदि धर्म ध्वज गान किया और सामूहिक भजन भी गाया, आदि धर्म ध्वज आसमानी के नारों से हाल में जयघोषों से मोहल को और खुशनुमा बना दिया तथा करतल ध्वनियों से जय वाल्मीकि, जय अंबेडकर, आसमानी कि शान में वाल्मीकिन समाज मैदान में, जय घोष गूंजे। सभी आदि धर्म प्रेमियों ने एक दूसरे को बधाई दी और मिठाई भी बांटी गई। सर्वसहमति से ” आसमानी आदि धर्म ध्वज” पारित हो जाने से हमारी आने वाली नवीन पीढ़ियों को आदि धर्म स्थापित करने वालों पर खूब मान कर सकेंगे। 7 विषय पारित विधिवत रूप से किए गए अध्यक्ष महोदयजी अनुमति पश्चात 2 अन्य विषय पर भी चर्चा की गई और उन् दो विषयों को भी सर्वसम्मति से पास किए गए। _________________________________ 1 विषय सोशल मीडिया पर रोज रोज ईश्वर वाल्मीकि दयावान जी के प्राचीन स्वरूप से छेड़ छाड़ कि जा रही है। जिस पर एक्शन लेने पर सहमति बनी। _________________________________ 2 विषय संत केवल और केवल अपने अपने डेरो पर लाल ध्वज लगाए हमें कोई एतराज नहीं किंतु पावन वाल्मीकि तीर्थ अमृतसर पर सारी धार्मिक संस्थाओं के साथ टेबल टॉक कर संतो को ध्वज पर सहमति बनानी होगी। धरने रैली, सड़कों पर आना इसे दोनों तरफ से खून वाल्मीकिन समाज का ही बहेगा। इस विवादित मुद्दे का हल दोनों पक्षों को संतो और सारी धार्मिक संस्थाओं के सुप्रीमों के बीच केवल और केवल टेबल टॉक पर विचार विमर्श कर हल ढूंढ़ना होगा। रोड जाम कोई हाल नहीं है। _____________________________________ प्रैस को यह जानकारी अनार्य श्रेष्ठ नरेश ढिंगान, वीरेश डा. मुकेश अनार्यवंशी, हर्षित शीतल आदिवंशी, सचिन रावण, ओपी भट्टी इत्यादि आदि धर्म प्रेमियों ने संयुक्त ब्यान में दी। _____________________________ निवेदक एवं प्रकाशक :- _____________________________राष्ट्रीय वाल्मीकिन समाज एकता मिशन 2011 एडवाइजरी बोर्ड कोर कमेटी।_____________________________अधिक जानकारी के लिए संपर्क सूत्र चंडीगढ़ 9878882597, 9878522597*