मांडू के सागर और सोनगढ़ स्कूल के हालात बदतर, मूलभूत सुविधाएं भी नहीं हैं
राहुल सेन मांडव
मो 9669141814
मांडू न्यूज/धार जिले की पर्यटन नगरी मांडू में शिक्षा व्यवस्था की बदहाली का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां के माध्यमिक विद्यालय सागर और प्राथमिक विद्यालय सोनगढ़ में बच्चे जर्जर और गंदे माहौल में पढ़ने को मजबूर हैं। स्कूल के मेन गेट पर मवेशी बांधे जाते हैं, जिससे पूरे परिसर में गोबर और गंदगी फैली रहती है। इस स्थिति ने बच्चों की सुरक्षा और स्वच्छता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बच्चों के लिए खतरा, डर का माहौल
स्कूल के मेन गेट के सामने मवेशी बंधे होने से बच्चों को कीचड़ और गोबर से भरे रास्ते से होकर अंदर जाना पड़ता है। इससे उन्हें चोट लगने का डर बना रहता है। मांडू के वार्ड नंबर 8 और 9 के पार्षद प्रतिनिधि हरे सिंह गावर और तुलसीराम ने स्थानीय लोगों के साथ जब इन स्कूलों का दौरा किया तो उन्होंने मौके पर ही अधिकारियों को फोन कर इस समस्या से अवगत कराया।
जर्जर भवन, टपकती छतें
प्राथमिक विद्यालय सोनगढ़ का हाल तो और भी बुरा है। स्कूल भवन इतना जर्जर हो चुका है कि छत की पट्टियां टूटने लगी हैं। 25 बच्चों के लिए 2 कक्षा हैं, लेकिन दोनों ही बैठने लायक नहीं हैं। ऐसे में बच्चों को खुले में पढ़ाया जाता है। बारिश होने पर अकसर बच्चों की छुट्टी कर दी जाती है।
क्या कहते हैं अधिकारी?
मामले में सर्व शिक्षा अभियान धार के डीपीसी प्रदीप खरे ने कहा कि भवन की मरम्मत के लिए प्रस्ताव भेजा गया है, लेकिन अभी तक मंजूरी नहीं मिली है। उन्होंने स्कूल के बाहर से मवेशियों को हटाने के लिए तत्काल निर्देश जारी करने का आश्वासन दिया।
यह स्थिति दिखाती है कि कैसे अधिकारियों की लापरवाही और निष्क्रियता से बच्चों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है। गंदगी और असुरक्षा के इस माहौल में बच्चों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ रहा है।
इन तस्वीरों में देखिए शिक्षा व्यवस्था की बदहाली