Chamba: सिद्ध बाबा चरपट नाथ ने की थी कैलाश में चतुर्भुज पिंडी की खोज, डल झील में छड़ी के बिना अधूरा है स्नान

.  चम्बा (रणवीर): उत्तर भारत की मणिमहेश यात्रा में कुटिया सिद्ध बाबा चरपट नाथ छड़ी का बहुत महत्व है। यह छड़ी भगवान शिव के भक्त और राजा के गुरु चरपटनाथ से जुड़ी है और चम्बा राज्य के इतिहास और परंपरा का प्रतीक है। छड़ी चम्बा के इतिहास, संस्कृति और धार्मिक मान्यताओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। चरपट नाथ मंदिर के पुजारी माणिक नाथ बताते हैं कि सदियों से परंपरा रही है कि जब तक छड़ी मणिमहेश नहीं पहुंचती है तब तक राधाष्टमी के पवित्र स्नान का लाभ नहीं मिलता है। ऐसा कुटिया सिद्ध बाबा चरपट नाथ को भगवान शंकर भोलेनाथ का वरदान प्राप्त था, जिस कारण राधाष्टमी स्नान के पहले श्रद्धालु बाबा चरपट नाथ छड़ी का डल झील में बेसब्री से इंतजार करते हैं।

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