गोगा नवमी पर महा वाल्मीकि पंचायत ने निकाला चल समारोह

रिपोर्टर दिलीप कुमरावत MobNo 9179977597

मनावर। जिला धार।। महा वाल्मीकि पंचायत और गोगा उत्सव समिति मनावर द्वारा गोगाजी का उत्सव समारोह प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी श्रद्धाभाव, हर्षोल्लास से मनाया गया। गोगाजी को जाहरवीर गोगाजी के नाम से भी जाना जाता है। गोगा नवमी पर पर छड़ी निकाली जाती है। श्रद्धालुजन पूजा अर्चना कर भक्तिभाव से कठिन से कठिनतम आराधना भी करते हे।

समाज के चौधरी अनिल तोमर ने बताया कि राजस्थान के एक लोकप्रिय लोक देवता के रूप में संपूर्ण देश में गोगाजी का उत्सव मनाया जाता हैं। गोगाजी का जन्म राजस्थान के चुरू जिले के ददरेवा गाँव में हुआ था। वे गुरु गोरखनाथ के शिष्य रहे और चौहान वंश के शासक थे। उन्हें सांपों के देवता के रूप में भी पूजा जाता है। सर्व धर्म, सर्व समाज के लोग उनकी पूजा करते हैं।

गोगा जी महाराज का इतिहास: गोगा जी का जन्म विक्रम संवत 1003 में भाद्रपद मास की नवमी को हुआ, उनके पिता का नाम जेवरसिंह और माता का नाम बाछल देवी था। वे चौहान वंश से संबंधित थे।

गुरु गोरखनाथ का आशीर्वाद:।गोगा जी का जन्म गुरु गोरखनाथ के आशीर्वाद से हुआ। माना जाता है कि बाछल देवी ने संतान प्राप्ति के लिए गुरु गोरखनाथ की तपस्या की थी, और उन्होंने गुगल फल प्रसाद के रूप में दिया, जिससे गोगा जी का जन्म हुआ।

राज्य और युद्ध: गोगा जी का राज्य सतलुज नदी से लेकर हांसी (हरियाणा) तक फैला हुआ था। उन्होंने महमूद गजनवी के खिलाफ लड़ाई लड़ी और सोमनाथ मंदिर की रक्षा की। उन्होंने बगदाद जाकर गौ माता को भी छुड़ाया था।

उत्सव समिति के अध्यक्ष राजेश तोमर ने बताया कि गोगा जी को सांपों के देवता के रूप में देश में पूजा जाता है और उन्हें ‘जाहरवीर’ या ‘जाहर पीर’ भी कहा जाता है। सभी धर्मों वर्गों और जाती के लोग श्रद्धाभाव से  पूजा करते हैं, उन्हें एक धर्मनिरपेक्ष लोक देवता के रूप में माना जाता है।

गोगामेड़ी: गोगामेड़ी, हनुमानगढ़ जिले में स्थित एक मंदिर है, जो गोगा जी की पूजा का मुख्य केंद्र है. यहां पर विभिन्न धर्मों और जातियों के लोग गोगा जी की पूजा करने आते हैं।

गोगा नवमी: भाद्रपद मास की नवमी को गोगा नवमी मनाई जाती है, जो गोगा जी के जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है।

गोगा जी महाराज की कथा: गोगा जी की कथा वीरता, भक्ति, और सांप्रदायिक सद्भाव का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। उनकी कथा राजस्थान और हरियाणा के लोकगीतों और लोक कथाओं में प्रसिद्ध है। गोगा जी ने अपने जीवन में कई युद्ध लड़े और हमेशा विजय प्राप्त की।

नगर में गोगा नवमी को छड़ी निशान निकला गया जिसका जगह जगह भव्य स्वागत किया गया। भाजपा जिलाध्यक्ष चंचल पाटीदार, सौरभ शर्मा, मोनू पाटीदार, अमित शर्मा, नगर कांग्रेस अध्यक्ष ओम सोलंकी, राधेश्याम मुवेल, किसान कांग्रेस के राजेश पंवार, नपा पार्षद नेता प्रतिपक्ष श्रीमती लक्ष्मी जाट, पार्षद मनोज सवनेर, पार्षद लोकेश मुकाती, सामाजिक कार्यकर्ता डॉ केसी राणे, बजरंग दल विहिप के विकास सोलंकी, विकास शर्मा, राष्ट्रीय स्वयं संघ से गोविंद सोनी, आशीष गंगवाल, राष्ट्रीय स्वयं सेविका संघ से ज्योति सोनी, पत्रकार, जनप्रतिनिधि, धर्मालुजनों ने पूजा अर्चना कर भव्य आगवानी की गई।

इस अवसर पर समाज के भगत दिनेश तोमर, कुंदन फथरोड, अनिल रेवाल, अजय घारू, बंटी उटवाल तरुण घारू, धर्मेद्र खरे, चंदन घारू, धर्मेंद्र गोसर, कालू तोमर, अमन फथरोड, दीपू नाहर, ओमप्रकाश घारू, जितेंद्र खरे, हर्ष रेवाल, सागर रेवाल, गोविंद रेवाल, सुदेश घारू, चंदन आदिवाल, लोकेश घारू, सुनील जी मेवाती, यश तोमर, लक्की तोमर, राजा तोमर, दीपला घारू, निलेश तोमर, कुणाल तोमर, विकास शिंदे, मुकेश घारू, राम खरे, रितेश तोमर, आदि समाजजन उपस्थित थे

कानून व्यवस्था मनावर थाना प्रभारी ईश्वर सिंह चौहान, यातायात व्यवस्था बंसीलाल कन्नौजे के निर्देशन में चाक चौबंद रही। गोगा देव उत्सव समिति के अध्यक्ष राजेश तोमर ने आभार व्यक्त किया ।

Exit mobile version