आलीराजपुर(फुलमाल ) रिपोर्टर- करण बामनिया
सालों से जा रहे पैदल यात्री|
आलीराजपुर से प्रतिवर्ष चारभुजाजी की पदयात्रा के लिए बड़ी संख्या में पैदल संघों में यात्रीगण वहां जाते हैं। नगर से पैदल संघ में यात्रा करते हुए कई श्रद्घालुओं की एक पीढ़ी गुजर गर्ई है। नगर से इस यात्रा को शुरू करने का श्रेय माहेश्वरी समाज के स्वर्गीय मोहनलाल नवाल सेठ को जाता है। उन्होंने सबसे पहले अकेले ही ठेलागाड़ी पर सामान रखकर यह यात्रा आरंभ की थी। स्वर्गीय नवाल अकेले ही चारभुजाजी जाते थे। इनके द्वारा आरंभ की गर्ई यह परंपरा सालों बाद भी कायम है ओर इसका स्वरूप वृहद हो गया है।
श्री चारभुजा पैदल यात्रा समिति के सुनील कापड़िया ने बताया कि यात्रा का यह 33वा वर्ष है यात्रा में इस बार 80 से अधिक सदस्य रहेंगे,जिनकी संपूर्ण व्यवस्था समिति द्वारा निर्धारित स्थान पर रहेगी,कापड़िया ने बताया कि यात्रा का रात्रि विश्राम रूट इस प्रकार रहेगा |
19 अगस्त (ग्यारस) – आम्बुआ
20 अगस्त (बारस) – सेजावाडा
21 अगस्त (तेरस) – मिराखेड़ी
22 अगस्त (चोदस) – झालोद
23 अगस्त (अमावस्या ) – कलिंजरा
24 अगस्त (एकम) – वजवाना
25 अगस्त (बिज) – साबला
26 अगस्त (तीज) – सलूंबर
27 अगस्त (चतुर्थी) – केवडा
28 अगस्त (पंचमी) – उदयपुर
29 अगस्त (छट) – कैलाशपुरी
30 अगस्त (सप्तमी) – श्री नाथद्वारा
31 अगस्त (अष्टमी) – काकरोली
01 सितंबर (नवमी) – श्री रूपजी
02 सितंबर (दशमी) – श्री चारभुजाजी
03 सितंबर (ग्यारस) – मेला दर्शन कर वापसी