अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक मित्र मंडल,जबलपुर म.प्र. से भव्य काव्य सम्मेलन।मुख्य अतिथि सुरेश बन्छोर जी के सौजन्य से दिनांक 17 जुलाई 2025 दिन गुरुवार अन्तर्राष्ट्रीय साहित्यिक मित्र मंडल जबलपुर ,मध्यप्रदेश के समूह 1,2,3,4,5 की काव्य गोष्ठी हर्षोल्लास से संपन्न हुई जिसमें विभिन्न प्रदेशों के साहित्यकारों ने अपनी प्रस्तुति देकर कार्यक्रम को भव्य और दिव्य स्वरूप प्रदान किया।विषय “हम जानें शिवमय, जीवन की गरिमा ” आधारित काव्यात्मक अभिव्यक्ति की प्रशंसा करती हुई संस्था मार्गदर्शिका गायत्री ठाकुर सक्षम जी ने बताया कि भारत की समृद्ध साहित्यिक विरासत के संरक्षण व संवर्धन हेतु ऐसे वृहत साहित्यिक मंच की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है जिससे रचनाकारों की अभिव्यक्ति सामने आती है व साहित्यिक ज्ञान बढ़ता है।काव्य गोष्ठी का कार्यक्रम ठीक चार बजे संध्याकाल से शुरू होकर रात 09:56 रात्रि तक अनवरत चलता रहा ।कार्यक्रम इतना रोचक था कि कोई भी प्रतिभागी मंच छोड़कर नहीं गया। इस कार्यक्रम की मुख्य वक्ता चन्द्रकला शर्मा,विशिष्ट अतिथि वत्सला स.अ. जी,मुख्य अतिथि सुरेश बन्छोर व अध्यक्षा संजुला सिंह संजु जी थीं । इस सुंदर कार्यक्रम का आयोजन सम्मानित पटल के संस्थापक विनय पान्डेय जी के द्वारा किया गया जिसमें डॉ॰ कवि कुमार निर्मल , प्रत्युष मनु पान्डेय का सहयोग पूर्ण रूप से रहा।कार्यक्रम की शुरुआत माँ वीणापाणि की सुंदर वंदना से हुई। सरस्वती वंदना डॉक्टर रमेश कुमार निर्मेष जी द्वारा प्रस्तुत की गई । सभी साहित्यकारों का काव्य पाठ अति सुंदर व मनभावन रहा। आभा गुप्ता, अंजलि किशोर बरनवाल, मिताली श्रीवास्तव वर्मा,सीमा मुकुंद अग्रवाल, बसंत श्रीवास वसंत एवं कीर्ति यादव जी का संचालन सरस एवं सुरेश बन्छोर जी एवं चन्द्रकला शर्मा जी व वत्सला जी की समीक्षा मन को प्रसन्न कर गई। उपरोक्त कवि सम्मेलन में निम्नलिखित सदस्यों ने काव्य पाठ किया है- गायत्री ठाकुर सक्षम,डॉ रमेश कुमार निर्मेष,डॉ कवि कुमार निर्मल,पुष्पा निर्मल,डॉ सुमन मेहरोत्रा,कुसुम अशोक सुराणा,उषा सूद,सुषमा सिंह उर्मी,अपर्णा पोद्दार शैलजा,अमिता मराठे,डॉ अर्चना पंडित,विजयलक्ष्मी भारद्वाज,पुष्पांजलि देवी,मधुलिका बाजपेयी तिवारी,मधु स्वामी गाजियाबाद,ललिता अग्रवाल आशना,पूनम शुक्ला शिक्षिका,ममता गुरुपंच बेमेतरा,राज किरण मिश्रा,कविता मोटवानी,अपराजिता राजोरिया,इंदु उपाध्याय,सीमा सुरेश पटेल,संतोषी डनसेना रुही,लक्ष्मी डहरिया,सुमन गर्ग दिल्ली,डॉ राजेश कुमार जैन,डॉ अनुपम भारद्वाज मिश्रा,रश्मि वर्मा,सविता शर्मा मुम्बई,डॉ मधुकर राव लारोकर,नन्दलाल मणि त्रिपाठी,अनामिका निधि,अंजू कमलेश,डॉ अंजली सामंत,अन्नपूर्णा स अ हापुड़,डॉ हस्तीमल आर्य हस्ती,राम अवतार शर्मा राम,जुगल किशोर त्रिपाठी,सम्पत्ति चौरे स्वाति,कल्पना केसर,लतेलिन लता प्रधान,मंजूषा दुग्गल,डॉ उषा अग्रवाल जलकिरण,डॉ संजीदा खानम शाहीन,आशीष अम्बर,अनिता शरद झा,डॉ ओमप्रकाश द्विवेदी ओम,डॉ शशिकला अवस्थी,डॉ मीना कुमारी परिहार,डी शाहीना,श्वेता कुमारी चौबे,शोभा प्रसाद,विभा वर्मा वाची,शशिकला पाण्डेय,कुमारी किरण शिक्षिका,अविनाश खरे,डॉ सुनीता पंद्रो,चन्द्रकला शर्मा,वत्सला सिंह राठौर,सुरेश बन्छोर,संजुला सिंह संजु,आभा गुप्ता,अंजलि किशोर बरनवाल,मिताली श्रीवास्तव वर्मा,सीमा मुकुंद अग्रवाल,बसंत श्रीवास वसंत,कीर्ति यादव जी,सभी की मनभावन प्रस्तुति से कार्यक्रम सुंदर रहा।मैं पूरी टीम को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ देता हूँ। सभी प्रतिभागियों ने आज के काव्य पाठ विषय “हम जानें शिवमय,जीवन की गरिमा ” पर कविता, गजल व गीत के माध्यम से अपनी भावपूर्ण प्रस्तुति दी।काव्य पाठ करते समय सभी सुधिजनों ने मानो समय को बाँध दिया।स्वरचित रचनाओं के माध्यम से सभी ने अपने-अपने दर्द को स्वरों में ढाल कर बयाँ किया और अपने मन को दर्द मुक्त किया। प्रत्युष पाण्डेय जी की आयोजक के रूप में भूमिका सराहनीय रही।