साधु और श्रावक दोनों भूल करे तो संघ सुधारे : हार्दिक हुंडीया

हार्दिक हुंडिया ने कहा कि चार महीना धर्म ध्यान करके पुण्य कमाने का अनमोल अवसर है। हितेश विजय जी के शिष्यों में धर्म प्रति जो खुमारी है वो वंदनीय है। नीलेश चंद्र विजय इनकी अनमोल पहचान है। धर्म में कहा भी अन्याय होता है तो निलेश चंद्र विजय वहाँ पहुंचकर के आवाज़ उठाते है।

हार्दिक हुंडीया ने कहा की ख़ुद की आत्मा के कल्याण के साथ साथ हमारी आत्मा का भी कल्याण करने वाले , जिनके नाम में भी सभी का हित है, ईश्वर के आराधक भी है ऐसे महान संत को राष्ट्रीय संत की पदवी जल्द गाजे बाजे के साथ सकल संघ की हाजरी में दी जायेगी।

महाराष्ट्र के मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा,  मोहन खेड़ा ट्रस्ट के अग्रणी सुजानमल शेठ, पृथ्वीराज कोठारी, हार्दिक हुंडिया का सम्मान किया गया। 

डीसा के प्रसिद्ध बेंड अजंता बेंड, संगीत कार नरेंद्र वाणी गोता ने भक्ति के साथ संचालन भी किया था। रमेश शाह , चंपालाल वर्धन , मंजू लोढ़ा और देश के कई राज्यो से भक्तों ने चातुर्मास प्रवेश में हाजरी दी थी।

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