धर्मेंद्र प्रधान ने कोरापुट में एयरोस्पेस शिक्षा के लिए नई पहल की घोषणा, HAL-IIT मद्रास-CUO के बीच रणनीतिक साझेदारी प्रस्तावित
कोरापुट: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL), भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मद्रास और केंद्रीय विश्वविद्यालय ओडिशा (CUO) के बीच एक रणनीतिक साझेदारी का प्रस्ताव दिया है, जिसके तहत एयरोस्पेस, रक्षा और संबंधित क्षेत्रों में डिप्लोमा और स्नातक पाठ्यक्रमों की शुरुआत की जाएगी।
प्रधान ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य दक्षिण ओडिशा में स्थानीय प्रतिभा को बढ़ावा देना और नवाचार के लिए एक मजबूत आधार तैयार करना है। HAL के कोरापुट इकाई का दौरा करते हुए उन्होंने कहा, “यह साझेदारी उद्योग और शैक्षणिक संस्थानों के अनुभव को जोड़कर एक कुशल कार्यबल तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे विद्यालय स्तर से ही नवाचार को प्रोत्साहन मिलेगा और एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में दक्ष युवा तैयार होंगे।”
HAL को “प्रमुख एयरोनॉटिकल निर्माण कंपनी” बताते हुए प्रधान ने कहा कि कोरापुट इकाई दुनिया की कुछ चुनिंदा इकाइयों में से है जो MiG और सुखोई विमानों के लिए एयरो इंजन का निर्माण करती है। उन्होंने HAL की बढ़ती क्षमताओं की सराहना की, विशेषकर एवियोनिक्स, एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्रों में।
क्षेत्रीय विकास को गति देने के लिए प्रधान ने HAL से कोरापुट इकाई के आसपास एक सशक्त एमएसएमई क्लस्टर विकसित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “इससे बड़े पैमाने पर रोजगार और उद्यमिता के अवसर उत्पन्न होंगे, साथ ही स्थानीय व्यवसायों को HAL की आपूर्ति श्रृंखला में शामिल होने का मौका मिलेगा।”
प्रधान ने कोरापुट, मलकानगिरी, नबरंगपुर और रायगढ़ा जिलों के स्कूलों में STEM लैब्स (विज्ञान, तकनीक, इंजीनियरिंग, गणित) की स्थापना का भी प्रस्ताव दिया, जिसमें HAL की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
उन्होंने HAL कोरापुट की आत्मनिर्भर भारत के लिए भूमिका और सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान की सराहना की। साथ ही HAL की कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (CSR) के तहत खेल, शिक्षा, कौशल विकास और हरित विकास को बढ़ावा देने वाले प्रयासों को “जिम्मेदार कॉर्पोरेट भागीदारी का आदर्श” बताया।