लम्तापुट में मूसलधार बारिश से मचकुंड डैम के खुले दो गेट, 2,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया

कोरापुट जिले में मानसून का पहला बाढ़ जल प्रवाह, प्रशासन अलर्ट पर

ओडिशा के कोरापुट जिले के लम्तापुट ब्लॉक में बीते कुछ दिनों से जारी लगातार बारिश के चलते मचकुंड डैम में जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। डैम की अधिकतम क्षमता 2,590 फीट है, जबकि वर्तमान में जलस्तर 2,588 फीट तक पहुंच चुका है। स्थिति को देखते हुए जल संसाधन विभाग ने एहतियातन डैम के गेट नंबर 6 और 7 को खोल दिया है।

अधिकारियों के अनुसार, इस सीजन का यह पहला बाढ़ जल प्रवाह है। फिलहाल लगभग 2,000 क्यूसेक पानी चितरकोंडा जलाशय की ओर छोड़ा जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि यह एक सामान्य बाढ़ नियंत्रण प्रक्रिया है और जलप्रवाह की लगातार निगरानी की जा रही है। अगर बारिश की तीव्रता बढ़ती है तो अन्य गेट भी खोले जा सकते हैं।

मचकुंड डैम क्षेत्र में हर साल मानसून के दौरान भारी जलप्रवाह देखा जाता है, क्योंकि यह डैम न केवल ओडिशा बल्कि पड़ोसी आंध्र प्रदेश में भी हुई बारिश से प्रभावित होता है। यह डैम बिजली उत्पादन और सिंचाई के लिहाज से भी बेहद महत्वपूर्ण है।

वर्तमान में आसपास के गांवों में किसी भी प्रकार की बाढ़ या क्षति की सूचना नहीं है, लेकिन एहतियातन प्रशासन को सतर्क रखा गया है। दोनों – अपस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम क्षेत्रों पर नजर रखी जा रही है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन तैयार है।

Exit mobile version