ओडिशा के मलकानगिरी ज़िले के सीमावर्ती क्षेत्र, जो छत्तीसगढ़ के बीजापुर ज़िले से लगा हुआ है, वहां एक बार फिर माओवादी हिंसा ने लोगों को दहशत में डाल दिया है। नक्सलियों ने पेरेमपल्ली गांव के एक निर्दोष ग्रामीण काबासी हुंगा की बर्बरतापूर्वक हत्या कर दी।
सूत्रों के अनुसार, बीती रात हथियारबंद माओवादी गांव में घुसे और काबासी हुंगा को पुलिस का मुखबिर बताकर पहले उनके घर से जबरन उठाकर ले गए। बाद में जंगल में ले जाकर उसे बेरहमी से पीटा और धारदार हथियार से मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद शव को जंगल के पास फेंक दिया गया। सुबह जब ग्रामीणों ने शव को देखा तो पुलिस को सूचना दी।
माओवादी पहले भी इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते आए हैं, जब उन्हें पुलिस से जुड़े होने का शक होता है। इस घटना के बाद से मलकानगिरी के दुर्गम इलाकों में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोग भयभीत हैं और गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।
हाल के महीनों में मलकानगिरी और आसपास के सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा बलों की ओर से चलाए जा रहे अभियानों में कई माओवादी मारे गए हैं, जिससे माओवादी संगठन में खलबली मची है। अब वे ग्रामीणों को निशाना बनाकर डर फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
पुलिस और सुरक्षा बलों की टीम ने घटना की पुष्टि की है और मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। प्रशासन ने ग्रामीणों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया है और इलाके में गश्त बढ़ा दी गई है।