“रागी से बने उत्पाद से बीपी : कोलेस्ट्रॉल होती है कंट्रोल”
रिपोर्टर : दिलीप कुमरावत MobNo 9179977597
मनावर। (जिला धार) कृषि विभाग द्वारा श्री अन्न उत्पादन योजना के अंतर्गत किसानों को रागी मिनी किट का वितरण किया गया।
जिला पंचायत सदस्य गणेश जर्मन ने रागी फसल की आर्थिक उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एक एकड़ में 10 से 12 क्विंटल तक उत्पादन मिलता है। वर्तमान में रागी फसल का बाजार भाव 5 हजार रुपये प्रति क्विंटल है। किसान खरीफ और रबी दोनों सीजन में इसकी खेती कर सकते हैं। मोटे अनाज की खेती कम लागत में अधिक मुनाफा देने वाली है। मोटा अनाज पौष्टिक होकर इसका सेवन स्वास्थ्यवर्धक है। कई बीमारियों से निजात मिलती है।
इस अवसर पर कृषि विभाग के अधिकारियों ने मोटे अनाज के महत्व और पोषण मूल्य पर भी चर्चा की।
कृषि विभागीय अधिकारी जीएस सोलंकी ने किसानों को रागी फसल के लाभ की जानकारी देते हुए कहा कि रागी से बने उत्पादों का सेवन बीपी, कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है।
वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी महेश बर्मन ने बताया कि रागी बीज को डीएपी जैसे दानेदार उर्वरक के साथ बोना चाहिए। बीज की बुवाई हल्की और उचित जल निकास वाली भूमि में करनी चाहिए।
कृषि विस्तार अधिकारी नियमित रूप से किसानों को रागी की खेती से जुड़ी जानकारी और फायदों से अवगत कराते रहते हैं।
आज एक किसान को 4 किलो मिनी रागी किट के पैकेट बांटे गए। विकासखंड में 300 किसानों को पैकेट दिए जाएंगे।
कार्यक्रम में कृषि समिति अध्यक्ष सीमा मनोज पाटीदार, एएससीओ बीके खंडवाये, जनपद सदस्य सज्जनसिंह कनास, मोहनसिंह मंडलोई, महेश बडोले, कमल मुकाती उपस्थित रहे।