पुलिस ने बरही हाईवे से उमरगंज की ओर जाने वाले कच्चे रास्ते से इन तीनों को पकड़ा। बरामद नकली करेंसी में 500 रुपये के 840 नोट, 100 रुपये के 370 नोट, 50 रुपये के 64 नोट और 20 रुपये के 40 नोट शामिल हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि लॉकडाउन के समय एक व्यक्ति ने उन्हें नकली नोट छापने की ट्रेनिंग दी थी। इसके बाद वे अलग-अलग जिलों में नकली नोटों को असली बताकर कारोबारियों और आम लोगों को ठगते थे। वे नकली नोट ब्रोकरों को 20 प्रतिशत कमीशन पर देते थे।
गिरफ्तार आरोपियों में एक, डॉ. नफीस अहमद, के खिलाफ पहले से कई जिलों में नकली नोटों और धोखाधड़ी से संबंधित गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने इनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर विधिक कार्यवाही शुरू कर दी है। कार्रवाई करने वाली टीम में थाना प्रभारी अश्वनी कुमार सिंह सहित सात सदस्यीय पुलिस टीम शामिल रही।