दिनांक 01 जून 2025 से शहडोल पुलिस द्वारा क्यूआर कोड के माध्यम से जनता से फीडबैक लेने की पहल की गई है। पुलिस महानिरीक्षक शहडोल जोन शहडोल श्री अनुराग शर्मा एवं पुलिस अधीक्षक शहडोल श्री रामजी श्रीवास्तव द्वारा क्यूआर कोड का लोकार्पण किया गया। इससे जनता पुलिस के व्यवहार और थाने की कार्यप्रणाली के बारे में सीधे पुलिस अधीक्षक (SP) को फीडबैक दे सकती है।
क्यूआर कोड कैसे काम करते हैं:-
मध्य प्रदेश के विभिन्न थानों में क्यूआर कोड लगाए गए हैं।
आप अपने मोबाइल फोन से इन क्यूआर कोड को स्कैन कर सकते हैं।
स्कैन करने के बाद, आपको एक फीडबैक फॉर्म दिखाई देगा।
आप इस फॉर्म में पुलिस के व्यवहार, थाने की साफ-सफाई, पेयजल, शौचालय जैसी सुविधाओं और अपने मामले की प्रगति के बारे में जानकारी दे सकते हैं।
आपका फीडबैक सीधे पुलिस अधीक्षक को भेजा जाएगा।
फीडबैक के लाभ:-
पुलिस की कार्यप्रणाली में सुधार:- जनता के फीडबैक के आधार पर पुलिस प्रशासन पुलिस की कार्यप्रणाली में सुधार कर सकता है।
पुलिस के व्यवहार में सुधार:- फीडबैक के माध्यम से पुलिस के व्यवहार में सुधार किया जा सकता है।
थाने की सुविधाओं में सुधार:-
जनता के फीडबैक से थाने की सुविधाओं में सुधार किया जा सकता है।
जनता की संतुष्टि:-
क्यूआर कोड के माध्यम से फीडबैक देने से जनता को अपनी राय व्यक्त करने का मौका मिलता है और वे संतुष्ट महसूस हैं।
पुलिस की पारदर्शिता:-
क्यूआर कोड से फीडबैक लेने से पुलिस अपनी कार्यप्रणाली के बारे में जनता को जानकारी देता है और अपनी पारदर्शिता को दर्शाता है।
आप भी इस पहल का हिस्सा बन सकते हैं और अपने फीडबैक के माध्यम से पुलिस की कार्यप्रणाली में सुधार के लिए योगदान दे सकते हैं। यह फीडबैक पुलिस के व्यवहार और उनकी कार्यप्रणाली की समीक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण होगा। शहडोल जिले में सभी थानों पर क्यूआर कोड लगाए गए हैं, जिससे आमजन पुलिस के संबंध में अपना फीडबैक सीधे एसपी को दे सकते हैं। यह फीडबैक सीधे एसपी तक पहुंचेगा, और जनता अपनी राय व्यक्त कर सकती है।