*जिंदा शख्स को मृत बताकर पत्नी को मिल रही विधवा पेंशन, जिम्मेदार कौन*

*जिंदा शख्स को मृत बताकर पत्नी को मिल रही विधवा पेंशन, जिम्मेदार कौन*

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इंडिया न्यूज दर्पण से संवाददाता फूलचंद अहिरवार भ्याना

 

 

भ्याना—-

सारंगपुर जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत भ्याना से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां प्रशासनिक लापरवाही के चलते एक जीवित व्यक्ति को सरकारी दस्तावेजों में मृत घोषित कर दिया गया है। सबसे हैरानी की बात यह है कि उस व्यक्ति की पत्नी को विधवा पेंशन भी दी जा रही है, जबकि उसका पति श्याम गुप्ता आज भी जीवित है और खुद को जिंदा साबित करने के लिए पिछले एक साल से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहा है।

श्याम गुप्ता, जो भ्याना ग्राम पंचायत के वार्ड क्रमांक 10 के निवासी हैं, उन्होंने कई बार अधिकारियों से गुहार लगाई, लेकिन अभी तक उनकी बात पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इस गलती के पीछे ग्राम पंचायत के कर्मचारियों और रोजगार सहायक की लापरवाही मानी जा रही है, जिन्होंने बिना जांच किए श्याम को मृत मान लिया और उनकी पत्नी पुष्पा गुप्ता के नाम पर विधवा पेंशन स्वीकृत करवा दी।

इस लापरवाही का खामियाजा सिर्फ श्याम गुप्ता ही नहीं, बल्कि उनकी पत्नी पुष्पा गुप्ता भी भुगत रही हैं। पुष्पा को पिछले दो वर्षों से सरकार की लाडली बहना योजना के अंतर्गत मिलने वाली राशि से भी वंचित कर दिया गया है। कई बार पंचायत कार्यालय में शिकायत करने के बाद भी उन्हें कोई समाधान नहीं मिला। अंततः इस महीने उन्होंने सीएम हेल्पलाइन 181 पर शिकायत दर्ज करवाई है।

जब इस मामले में जनपद पंचायत सारंगपुर के सीईओ हेमंत गोविल से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो उन्होंने पिछले दो दिनों से फोन रिसीव नहीं किया। इससे यह साफ होता है कि जिम्मेदार अधिकारी मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।

यह मामला सरकारी तंत्र की गंभीर खामियों और कर्मचारियों की लापरवाही को उजागर करता है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में कब जागता है और दोषी कर्मचारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है। वहीं, श्याम गुप्ता अब भी अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ने को मजबूर हैं।

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