
रिपोर्टर:आरिफ खान नियाजी
आगर मालवा= मामला आगर मालवा जिले की बड़ौद तहसील के ग्राम आम्बादेव का है। जहां एक दलित परिवार के युवक कमल बगाना की शादी 10 मई को होना तय हुई थी। कमल बगाना के पिता राधेश्याम बगाना की इच्छा थी कि सभी लोगों की तरह उनके बेटे की बारात का जुलूस घोड़ी पर बैठाकर निकालें।लेकिन गाँव के कुछ दबंग लोगों के ये बात मंजूर नही थी।इसके बाद दलित दूल्हे और उसके पिता ने पुलिस व भीम आर्मी एवं आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं से गांव में घोड़ी पर जुलूस निकलवाने हेतु सहायता मांगी थी।