पटना: 29 जून को होने वाली जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की पूरी तैयारियां कर ली गई है। पर जैसा कि यह कहा जा रहा है कि इस बैठक में काफी बड़े फैसले लिए जाएंगे। हालांकि, इस तरह के आसार नहीं दिख रहे हैं। माना जा रहा कि जदयू लोकसभा में अपने चुनावी प्रदर्शन पर चर्चा के साथ अपनी नीतियों के अनुकूल कुछ प्रस्ताव ला सकती है। मसलन विशेष राज्य का दर्जा, सेक्युलरिज्म और जातीय जनगणना के मसले पर प्रस्ताव लाया जाएगा। जानकारी के मुताबिक इस बैठक में पार्टी के सभी विधायक और सांसद शामिल होंगे। उन्हें पहले ही इसकी जानकारी दे दी गई है। उन्हें समय के मुताबिक दिल्ली पहुंच जाना है। बैठक में शामिल होना है।
क्या कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाएंगे?
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की तिथि घोषित होने के साथ राजनीतिक गलियारों में यह बात चल उठी की सीएम नीतीश कुमार के स्वास्थ्य को देखते पार्टी के भीतर कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जा सकता है। पर सांसद दिलकेश्वर कामत को लोकसभा का नेता और संजय झा को राज्य सभा का नेता बनाने के बाद इस प्रश्न पर विराम लगता दिख रहा है। अब चर्चा यह है कि पार्टी के सक्रिय नेता को संगठन मंत्री या संगठन प्रभारी बनाकर पार्टी का कार्यभार दिया जा सकता है।
क्या प्रस्ताव लाएगी पार्टी?
29 जून को होने वाली बैठक में कुछ प्रस्ताव लाए जा सकता है। पहला प्रस्ताव : जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में विशेष राज्य का प्रस्ताव लाया जा सकता है। दूसरा प्रस्ताव : जदयू की राष्ट्रिय। कार्यकारिणी में सेक्युलरिज्म का प्रस्ताव लाया जा सकता है। प्रस्ताव तो यह भी लाया जा सकता है कि क्राइम ,करप्शन से कोई समझौता नहीं। तीसरा प्रस्ताव : देश स्तर पर जातीय जनगणना का प्रस्ताव लाया जा सकता है।
लोकसभा चुनाव के परफॉर्मेंस पर चर्चा
लोकसभा चुनाव 2024 के परफॉर्मेंस पर चर्चा होगी। खास कर जो सीटें जदयू ने लूज की और साथ ही जिस विधानसभा में जदयू को वोट कम आए। पार्टी इस पर विचार करेगी कि उसे कहां नुकसान हुआ है। इसके अलावा उन इलाकों पर खास निगाह रखेगी, जिन इलाकों से पार्टी को कम वोट आए हैं। सबसे बड़ा मंथन लोकसभा चुनाव के रिजल्ट को लेकर ही होगा। इसके अलावा पार्टी में संगठन स्तर पर बदलाव की कवायद को अंजाम दिया जाएगा।
हटाए जा सकते हैं कुछ सदस्य!
मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय कार्यकारिणी के कुछ सदस्य को हटाया भी जा सकता है। इनमे मंगनी लाल मंडल और एमएलसी वीरेंद्र यादव की चर्चा है। इन पर पार्टी के प्रति विद्रोही तेवर और निष्क्रिय रहने का आरोप है। इन आरोपों के जांच के बाद निर्णय सामने आ सकते हैं। जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने के लिए पार्टी के संबंधित नेताओं को संदेश भेजा जा चुका है। मुख्यमंत्री सह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार की अध्यक्षता में 29 जून को दिल्ली में होने वाली बैठक में राज्य सरकार में पार्टी के तमाम मंत्री, लोकसभा और राज्यसभा के सांसद, सभी प्रदेशों के अध्यक्ष समेत राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य शामिल होंगे।