जिला कारागार सिद्घार्थनगर में निरूद्घ महिला बंदियों की स्वच्छता, साफ-सफाई व उचित देखभाल के सम्बन्ध में विधिक जागरूकता शिविर का किया गया आयोजन

जिला कारागार में वर्तमान में कुल 40 महिला बंदी (13 सिद्धदोष एवं 27 विचाराधीन) जिला कारागार में निरूद्ध है

सिद्धार्थनगर. उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के दिशा-निर्देश तथा जनपद एवं सत्र न्यायाधीश/ अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सिद्धार्थनगर के आदेश के क्रम में उच्चतम न्यायालय द्वारा सिविल रिट पिटिशन सं0 559/94 आर0डी0 उपाध्याय बनाम आंध्रप्रदेश राज्य में पारित निर्णय के अनुपालन में जिला कारागार सिद्धार्थनगर में निरूद्ध महिला बंदियों के सम्बन्ध में त्रैमासिक निरीक्षण तथा जिला कारागार सिद्घार्थनगर में निरूद्घ महिला बंदियों की स्वच्छता, साफ-सफार्इ व उचित देखभाल के सम्बन्ध में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। उक्त त्रैमासिक निरीक्षण के समय प्रभारी अधीक्षक जिला कारागार राजेश कुमार पाण्डेय, उपकारापाल प्रदीप कुमार सिंह, उपकारापाल त्रिलोकी नाथ, उपकारापाल आनन्द कुमार तथा बिन्दू भारती महिला हेड जेलवार्डर उपस्थित रहे। जिला कारागार में वर्तमान में कुल 40 महिला बंदी (13 सिद्धदोष एवं 27 विचाराधीन) जिला कारागार में निरूद्ध है। साथ ही उक्त महिला बन्दियों के साथ 03 बच्चे रह रहे है। प्रभारी अधीक्षक जिला कारागार सिद्घार्थनगर को उच्चतम न्यायालय द्वारा समादेश याचिका संख्या 559/94 आर0डी0 उपाध्याय बनाम आन्ध्रा प्रदेश राज्य व अन्य में पारित आदेशों के अनुपालन हेतु निर्देशित किया गया तथा 06 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य एवं खान पान में पौष्टिक आहार देने हेतु निर्देशित किया गया। वर्तमान में महिला बन्दियों में से एक विचाराधीन बन्दी गर्भवती पायी गयी, उक्त के विषय में प्रभारी अधीक्षक, जिला कारागार को यह निर्देशित किया गया कि उक्त महिला बन्दी की गर्भस्थ स्थिति की जांच महिला चिकित्सक से करवाये तथा सम्भावित प्रसव की तिथि ज्ञात करके प्रसव के लिये आवश्यक सुविधाएं एवं स्थान का चुनाव सुनिश्चित करें। समय समय पर गर्भवती महिला बन्दी को डॉक्टर की राय से टीके इत्यादि लगवाते रहे और यदि जिला कारागार में प्रसव हेतु समुचित व्यवस्थायें उपलब्ध न हो तो गर्भवती महिला बन्दी को जिला अस्पताल में भर्ती कराकर सुरक्षित प्रसव कराने हेतु निर्देशित किया गया। साथ ही साथ उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के दिशा-निर्देश तथा जनपद एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सिद्धार्थनगर के आदेश के क्रम में जिला कारागार सिद्घार्थनगर में निरूद्घ महिला बंदियों की स्वच्छता, साफ-सफाई व उचित देखभाल के सम्बन्ध में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन भी किया गया। उक्त शिविर में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से डा० ज्योत्सना द्विवेदी स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ, श्रीश श्रीवास्तव स्टाफ नर्स, शिवपूजन शर्मा फार्मासिस्ट एवं विकास शर्मा वार्ड ब्वाय तथा सरिता दूबे पी०एल०वी० वन स्टाप सेन्टर उपस्थित रही। शिविर को संबोधित करते हुए मनोज कुमार तिवारी अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश/ सचिव द्वारा उपस्थित महिला बंदियों की स्वच्छता, साफ-सफाई व उचित देखभाल के सम्बन्ध में आवश्यक जानकारी दी गयी। शिविर में एक विचाराधीन बन्दी गर्भवती पायी गयी, जिसके सम्बन्ध में डा० ज्योत्सना द्विवेदी स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ द्वारा गर्भवती महिला बंदी की सोनोग्राफी रिर्पोट का अवलोकन कर प्रत्येक माह जिला अस्पताल पर जाँच कराने हेतु प्रभारी अधीक्षक जिला कारागार को निर्देशित किया गया।

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