झुठी मुकदमा के जांच के लिए मंझौल डीएसपी को आवेदन सौंपा क्षेत्रीय पत्रकार

मंझौल डीएसपी को दिए गए आवेदन में पीड़ित पत्रकार ने बताया है कि मैं पिछले पांच वर्षों से न्यूज़ 18 चैनल के लिए काम कर रहा हूं। बीते 22 मई को अपने कार्य के दौरान पंचायत के मुखिया रमेश प्रसाद सिंह से उनके घर पर बातचीत कर रहा था । तभी एक रोती बिलखती महिला इसी गांव निवासी मो. सनोवर की पत्नी गुलज़ार खातून वहां पहुंची तथा मुखिया जी से सेविका द्वारा जन्म प्रमाण पत्र के आवेदन पर हस्ताक्षर के बदले दो सौ रुपए मांग की बात कहने लगी। यह बात वहां पर स्थानीय व्यक्तियों ने व्हाट्सएप पर शेयर कर दिया। मैंने भी पीड़ित महिला से बाइट लेकर सीडीपीओ से बातचीत कर इसकी जानकारी दी। अगले दिन सभी प्रमुख समाचार पत्रों में यह खबर प्रमुखता से छप गई। वहीं विगत 14 जून को चेरियाबरियारपुर थानाध्यक्ष के माध्यम से पता चला कि हमारे उपर एससी-एसटी का मुकदमा दर्ज करवाया गया है। मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ जबकि ग्रामीण होने के नाते मैंने ना कोई खबर प्रकाशित किया और आंगनबाड़ी केंद्र पर भी नहीं गए। बावजूद इसके मेरे उपर ग़लत ढंग से मुकदमा करवाया गया है। ऐसा प्रतीत होता है कि समाचार पत्रों में प्रकाशित खबर से नाराज़ बदले की भावना से मेरे उपर मुकदमा दर्ज कराया गया है। वहीं पीड़ित पत्रकार ने डीएसपी से जांचकर विधिसम्मत उचित कार्रवाई करने के साथ मुकदमा से बरी करने की मांग की है। वहीं क्षेत्रीय पत्रकार नीरज कुमार ने बताया कि देश हित व समाज हित खबरें चलाने पर लगातार पत्रकारो पर झुठी मुकदमा साजिश की तौर पर किया जाता है। कैसे कोई सच्चाई दिखाएंगे।

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