सिकल सेल एनीमिया ग्रस्त रोगी धीरे-धीरे कमजोर होता है: डॉक्टर श्रद्धा हर्डिया
विश्व सिकल सेल दिवस में मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण ====================
बांगरदा (खरगोन) सिकल सेल एनीमिया बीमारी वर्तमान समय में खतरनाक बनती जा रही है। एवं इस बीमारी के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। यह एक रक्त में पाई जाने वाली बीमारी है। जिसके कारण रोगी कमजोरी महसूस करता रहता है। एवं उसे बीमारी का पता नहीं चलता। रक्त के अंदर श्वेत रक्त कणिकाएं दिनों दिन कम होती जाती है।
आपने बताया कि सिकल सेल ऐनीमिया एक अनुवांशिक बीमारी है। परंतु यह संक्रामक नहीं है। रोग ग्रस्त व्यक्ति को पूर्ण सावधानी के साथ के साथ निरंतर उपचार एवं परीक्षण करवाना आवश्यक है।
इसके उपचार एवं प्रशिक्षण की व्यवस्था स्वास्थ्य केंद्र बांगरदा में की गई है। स्वास्थ्य विभाग के अखिलेश चतुर्वेदी ने बताया कि सिकल सेल एनीमिया ग्रस्त मरीज को शासन द्वारा विकलांग श्रेणी में घोषित किया गया है।
इसलिए सभी अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराए। आपने कहा कि हमारी सरकारों द्वारा स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से चेचक, पोलियो, क्षय रोग एवं कोविड जैसी महामारियों पर नियंत्रण कर टीकाकरण के माध्यम से विजय प्राप्त कर मानव जीवन को महामारी से बचाया है।
इसी प्रकार सिकल सेल बीमारी को मानव जीवन पर पैर पसारने से पहले नियंत्रित करने हेतु विभाग द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार अभियान चलाया जा रहा है। इसमें सभी ग्रामीण पूर्ण जागरूकता के साथ प्राथमिक स्वास्थ केंद्र बांगरदा में निशुल्क स्वास्थ परिक्षण कराए।
इसके पूर्व सरपंच श्रीमती उर्मिला महेश मालाकार ने ग्राम पंचायत भवन में विश्व सीकल सेल दिवस के उपलक्ष में स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का शुभारंभ किया।
स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर श्रद्धा हर्डीया, नर्स सीमा पाल, आशा कार्यकर्ता श्रीमती रेवा फू, वंदना मालाकार हसीना बी , आंगनवाडी कार्यकर्ता श्रीमती ज्योति गंगराड़े, आरती शर्मा, अनिता कनाडे स्वास्थ्य कर्मी सोनचरण पटेल, रोहित वास्कले, रविंद्र सिंह पवार के सहयोग से ग्राम पंचायत भवन में शिविर के दौरान 100 मरीजो का स्वास्थ्य परीक्षण कर स्वास्थ्य संबंधी मार्गदर्शन दिया गया। अंत में ग्राम पंचायत रोजगार सहायक धर्मेंद्र मलगाया ने सभी का आभार व्यक्त किया।
:- रामेश्वर फूलकर पत्रकार बांगरदा