धरना प्रदर्शन के दौरान मंच से नेताओं ने कहा कि बलौदाबाजार की घटना प्रदेश सरकार की नाकामी का सबसे बड़ा उदाहरण है। जैतखाम में तोड़फोड़ करने वालों पर कड़ी कार्रवाई न कर सरकार की ओर से समाज को आंदोलन के लिए उकसाया गया। शांतिपूर्ण आंदोलन में बाहरी तत्वों ने घुसपैठ कर माहौल बिगाड़ा। अब सरकार के इशारे पर निर्दोष लोगों को भी मामले में फंसा कर गिरफ्तार किया जा रहा है। प्रदेश सरकार आम लोगों के साथ साथ सार्वजनिक कार्यालयों की सुरक्षा करने में पूरी तरह नाकाम है। इस दौरान गुरुमुख सिंह होरा, विधायक ओंकार साहू, विधायक अंबिका मरकाम, जिला कांग्रेस अध्यक्ष शरद लोहाना, महापौर विजय देवांगन, मोहन लालवानी, पूर्व विधायक हर्षद मेहता, डाँ लक्ष्मी ध्रुव, घमेश्वरी साहू , आशीष शर्मा सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसीजन मौजूद रहे।