राष्ट्रपिता का अपमान कर पीएम देश के इतिहास को कमतर आंकने की कर रहे भूल-प्रमोद तिवारी

राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता ने काशी में मंत्रियों मुख्यमंत्रियों की फौज पर कसा तंज-बोले पीएम को नहीं रह गया है काशी की जनता पर भरोसा

राष्ट्रपिता का अपमान कर पीएम देश के इतिहास को कमतर आंकने की कर रहे भूल-प्रमोद तिवारी

राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता ने काशी में मंत्रियों मुख्यमंत्रियों की फौज पर कसा तंज-बोले पीएम को नहीं रह गया है काशी की जनता पर भरोसा

लालगंज, प्रतापगढ़। राज्यसभा मे विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने पीएम पर महात्मा गांधी को लेकर बयानबाजी पर कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री देश के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास को कमतर करके आंकने लगे हैं। बकौल प्रमोद तिवारी कि प्रधानमंत्री का यह कहना कि जब तक महात्मा गांधी फिल्म नही बनी थी तब तक दुनिया में गांधी जी को कौन जानता था? राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी के मुताबिक प्रधानमंत्री ने यह कहकर कि विदेशों में लोग गांधी को नहीं जानते थे यह पूरी तरह से राष्ट्रपिता गांधी का अपमान है। उन्होनें कहा कि प्रधानमंत्री को यह सच्चाई मालूम होनी चाहिए कि महात्मा गांधी की प्रेरणा से सत्य, अहिंसा और शांतिपूर्वक जो देश में आंदोलन हुआ उसके जन्मदाता गांधी जी ही थे। उन्होंने यह भी कहा कि फिल्म आने से पहले ही दुनिया के तमाम देश गांधी के बताए रास्ते पर चलकर आजाद हुए। राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि गांधी इस देश के इतिहास के सर्वकालीन युगपुरूष थे। जिनका दुनिया में बहुत सम्मान था। उन्होने कहा कि दुनिया के कई देशों में गांधी जी की प्रतिमाएं लगी है और तमाम मार्गो के नाम उनके नाम पर हैं। प्रमोद तिवारी ने कडे अंदाज में कहा कि पीएम का गांधी जी पर दिया गया बयान सिर्फ गांधी जी को ही नही बल्कि देश के इतिहास को झूठा साबित करने का अक्षम्य अपराध है। उन्होनें तंज कसा कि राष्ट्र गांधी का पुजारी और भाजपा में शामिल तमाम लोग गोडसे की पूजा किया करते हैं। वाराणसी में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन बीजेपी पर हमलावर राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने जारी विज्ञप्ति में कहा है कि इस समय काशी में भाजपा के कई प्रदेशों के मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, केन्द्रीय मंत्री, कई प्रदेशों में सत्तारूढ़ भाजपा के मंत्रीगण ही नही बल्कि स्वयं केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह तक डेरा डाले हैं। उन्होनें कहा कि इससे यह तस्वीर भी साफ हो गयी है कि यदि प्रधानमंत्री मोदी ने दस साल के अपने कार्यकाल में काशी की सेवा की है तो फिर काशी की महान जनता पर उनको आखिर सीधा भरोसा क्यों नही रह गया है। उन्होनें कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री की काशी में निराशा बता रही है कि चुनाव में जीतने के लिए इतनी बड़ी फौज की क्या जरूरत आ पड़ी है। उन्होनें कहा कि इससे यह भी सवाल उठता है कि या तो प्रधानमंत्री को स्वयं पर भरोसा नही रह गया है अथवा उन्हें काशी की जनता पर भरोसा नहीं है। उन्होनें पीएम मोदी को याद दिलाते हुए यह भी कहा कि कभी पीएम मोदी ने कहा था कि मुझे मां गंगा ने बुलाया है। उन्होनें कहा कि किन्तु अब संबित पात्रा जैसे मोदी भक्त कह रहे हैं कि भगवान जगन्नाथ पीएम मोदी के प्रशंसक है। विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने पीएम की तगडी घेराबंदी करते हुए कहा कि उनका यह स्वयं कहना कि वह बायोलॉजिकल नही जन्मे हैं बल्कि अवतरित हुए है। इससे प्रधानमंत्री के गरिमामयी पद को आखिर वह क्यूं दुनिया में हंसी मजाक का पात्र बना रहे हैं। उन्होनें कहा कि इतिहास गवाह है कि जब कोई भी सत्ता मद में आराध्य भगवान से बड़ा होने की कोशिश करता है तो देश की जनता उसे कभी माफ नहीं करती। उन्होनें कहा कि पहली जून को काशी की प्रबुद्ध जनता पीएम मोदी को भगवान से बड़ा बनने की सजा सुनाते हुए उन्हें सद्बुद्धि अवश्य प्रदान करेगी। राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता का यह बयान यहां मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से गुरूवार को निर्गत हुआ है।

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