इस दौरान जिला कलेक्टर कमर चौधरी ने कहा कि पेयजल टंकी बनाकर यहां के भामाशाहों ने एक नई पहल शुरू की है। इस दौरान उन्होंने आमजन, प्रबुद्धजनों एवं भामाशाहों से पेयजल टंकीयां बनाने का आवाह्न किया ताकि भीषण गर्मी में आमजन को पेयजल सुलभ हो सके।
जिला कलेक्टर ने कहा कि जिला प्रशासन टीम बनाकर जिले में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित कर रही है तथा जहां कहीं भी पानी की किल्लत या कोई समस्या है तो वहां जाकर उसका निस्तारण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जहां कहीं नई ट्यूबवेल की जरूरत है तो वहां 4 जून को आचार संहिता के बाद कार्य प्रारंभ किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला स्तरीय अधिकारियों सहित उपखंड अधिकारियों, तहसीलदार एवं उनकी पूरी टीम मौके पर जाकर पानी की आपूर्ति, चिकित्सा व्यवस्थाओं एवं गौशालाओं का छुट्टी के दिन भी लगातार निरीक्षण कर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर रही है। उन्होंने बताया कि सभी चिकित्सा संस्थानों में पूरा मेडिकल स्टाफ तैनात किया गया है तथा सभी आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है ताकि किसी को भी हीट वेव एवं गर्मी के दौरान चिकित्सा व्यवस्था समय पर उपलब्ध हो सके। इस दौरान जिला कलेक्टर ने आमजन की पेयजल संबंधी समस्याएं सुनकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा–निर्देश दिए। उन्होंने जलदाय विभाग के कार्यालय परिसर में पक्षियों के पानी पीने के लिए परिंडे लगाएं।
इस दौरान एसई पीएचईडी चुनीलाल भास्कर, कांता प्रसाद पंसारी, गिरधारी पंसारी, मनोज पंसारी, संतोष पंसारी, शेर सिंह सुंडा, विजय झाझुका, गोकुल, देवेंद्र अग्रवाल, कैलाश, बनवारी बजाज, सतीश पंसारी, मदनलाल ढाका, एक्सईएन महेंद्र कांटीवाल, विजेंद्र, एसके अग्रवाल, डॉ. संजय खीचड़, नरेंद्र शर्मा, भोपाल सिंह सहित जलदाय विभाग के अधिकारी, कार्मिक एवं जिले के भामाशाह उपस्थित रहे।