मध्यान भोजन के नाम पर सरकार को हर साल अधिकारी एवं समूह संचालक मिलकर लगा रहे करोड़ों का चुना

जिला ब्युरो गोपाल रावडिया मारु की रिपोर्ट

धार जिले में मध्यान भोजन के नाम पर सरकार को हर साल अधिकारी एवं समूह संचालक मिलकर लगा रहे करोड़ों का चुना क्षेत्रीय नेता सोए कुंभकरण की नींद ना देखने वाला ना कोई सुनने वाला ही नहीं है सरकार के द्वारा प्रदेश भर में शासकीय विद्यालय, आंगनवाड़ी में बच्चों के लिए एमडीएम योजना के तहत भोजन बनाया जाता है ताकि घर से निकालने के बाद नन्हे ओर किशोर बालक बालिका आंगनबाड़ी या स्कूल जाते हैं तो कोई बच्चा भूखा ना रहे इसको लेकर सरकार के द्वारा मध्यान भोजन चालू किया गया जिसमें सभी बच्चों को सर्वश्रेष्ठ मीनू अनुसार रोजाना बच्चों को अलग-अलग भोजन दिया जाए ताकि बच्चे भूखे ना रहे इसको लेकर सरकार के द्वारा बच्चों के लिए करोड़ो रूपये का प्रोजेक्ट बनाया गया। और इसके विपरीत देखे तो सरदारपुर विधानसभा क्षेत्र में मध्यान भोजन के नाम पर अधिकारी व कर्मचारी सिर्फ खाना पूर्ति करने में लगे रहते हैं विधानसभा के दसई, बरमंडल,राजोद क्षेत्र में भी मध्यान भोजन के नाम पर अधिकारी व कर्मचारी सिर्फ खानापूर्ति ही कर रहे हैं साथ ही स्कूलों के समय भी बच्चों को मध्यान भोजन मीनू अनुसार नहीं दिया जाता है और अभी क्षेत्र में चल रही आंगनबाड़ियों पर भी मध्यान भोजन मीनू अनुसार नहीं दे रहे हैं। इसका केवल एक ही कारण है कि बच्चों के मुंह का निवाला कभी किसी अधिकारी की जेब में तो कभी किसी नेता की जेब में जा रहा है आखिरकार सरकार जमीन स्तर पर चल रही योजना पर कब देगी ध्यान सरदारपुर विधानसभा में योजनाओं के नाम पर जमकर हो रहा है भ्रष्टाचार अगर सरदारपुर में योजनाओं की जांच की जाए तो कई अधिकारी जाएंगे जेल सरदारपुर विधानसभा में कई योजनाओं के लाभ आज भी ग्रामीणों को नहीं मिल रहे हैं। जनता के सेवक बनने वाले नेता भी सब कुछ देखकर भी सोए हैं कुंभकरण की नींद कई समूह संचालक इनकी लिंक से जुड़े हुए हैं इसलिए ना कोई देखने वाला है ना सुनने वाला है जिम्मेदार इसीलिए मोन है अब देखना है इन भ्रष्टाचारियों पर होगी कार्रवाई या फिर यूं ही चलता रहेगा गोलमाल

 

 

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