कामवन,कोटवन ,भंडीरवन,लोहवन,महावन ।जल संरक्षण के लिए निकॉन बावड़ी, कुंडघाट ,सरोवर,जलाशय तालाब,पोखर अनदेखी का शिकार होकर अपना अस्तित्व खो चुके हैं। जनपद में बहने वाली प्रमुख यमुना नदी अपनी सहायक नदियों के साथ जनपद को जल से अभिसिंचित करती रही हैं उसकी भी दुर्दशा आज किसी से छुपी नहीं है। यमुना एक्शन प्लान फेज1 फेज 2 फेज 3 तथा अनेकों प्रयास यमुना को किसी गंदे नाले में परिवर्तित होने से नहीं बचा पा रहे हैं। पतित पावनी भव तारिणी यमुना मैया मोक्ष दाहिनी तो है ही तुरंत उद्योगों और सीवेज के कारण आप रोग दायिनी भी हो गई हैं।
हम क्या देना चाहते हैं अपनी आने वाली पीढियां को कूड़े के ढेर, वनस्पति विहीन बंजर भूमि, धधकती जलाती जहरीली जलवायु ।समापन में डॉक्टर अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय संस्कृति को छोड़कर आरामदायक एवं विलासता का जीवन यापन करने की होड में पर्यावरण व अपने स्वास्थ्य का निरंतर सत्यानाश करते जा रहे हैं।इस अवसर पर बृजेश अग्निहोत्री, जनार्दन राजभर ,अवधेश कुमार, बृजेश कुमार , पुष्पेंद्र कान्हा ,छोटू, भोला, लता ,चंचल ,डोली , श्वेता आदि छात्र छात्राओं ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये ।
राजकुमार गुप्ता
जिला संवाददाता मथुरा