बलभद्र पीठाधीश्वर आचार्य विष्णु महाराज ने बताया कि राधा का विवाह कृष्ण के अलावा किसी और के साथ नहीं हुआ। राधा और कृष्ण एक प्राण दो देह हैं। जो लोग अधूरा ज्ञान लेकर राधा-कृष्ण पर टिप्पणी करते हैं, पहले उन्हें ब्रज के बारे में जानना चाहिए, तब उन्हें राधा-कृष्ण के बारे में जानकारी मिलेगी।
सुजीत वर्मा ने बताया कि राधा कृष्ण कभी एक दूसरे से अलग नहीं थे, राधा के दिव्य तेज को सिर्फ कृष्ण ही धारण कर सकते हैं। ऐसी राधा की शादी किसी आम व्यक्ति से कैसे हो सकती है।
आचार्य चंद्रेश महाराज कहते हैं कि जिन्हें ब्रज के बारे में अधूरा ज्ञान हो वो राधा और कृष्ण के बारे में अधूरा ज्ञान ही देंगे। व्यास पीठ पर बैठकर ऐसे लोग राधाकृष्ण के बारे में टिप्पणी करते हैं, जिन्हें राधाकृष्ण के बारे में कुछ मालूम ही नहीं है।
राजकुमार गुप्ता
जिला संवाददाता मथुरा