मंडला मध्यप्रदेश के लगभग साठ हजार अतिथि शिक्षक सरकार के द्वारा आज 1 मई मजदूर दिवस से मंडला जिले में एकमुश्त लगभग चार हजार की बड़ी संख्या में बेरोजगार कर दिए गए हैं जिससे जिले के लगभग चार हजार महिला पुरुष अतिथि शिक्षक बेहद तनावग्रस्त हो रहें हैं लगता है, सरकार इतनी बेरहमी से इस दिन का इंतजार भी कर रही थी जिसके कारण अब अतिथि शिक्षकों की जेब ही नहीं उनके चूल्हे पर भी गहरी गरीबी का गहरी चोट एक बार फिर से पड़ने वाला है अतिथि शिक्षक परिवार मंडला के जिला अध्यक्ष और समन्वय समिति मध्यप्रदेश के संस्थापक पी डी खैरवार ने जारी विज्ञप्ति में बताया है कि 2023/24/ शिक्षा सत्र 30 अप्रैल को समाप्त हो गया है अब तक अतिथि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में एक शिक्षा सत्र तक काम पर रखने के लिए ही भर्ती होती आई हैं अतिथि शिक्षकों को बेसब्री से इंतजार था कि अतिथि शिक्षकों के लिए रोज व रोज जिस तरह आदेश जारी हुआ करते थे 30 अप्रैल से आगे कार्यकाल बढ़ाए जाने के भी आदेश जरूर जारी किए जाएंगे पर 30 अप्रैल की देर शाम तक इंतजार की घड़ी खत्म हो गई और सरकार ने ऐसे कोई आदेश जारी नही किए जिससे सरकारी स्कूलों में पढ़ाई के साथ साथ शाला प्रबंधन के लिए लगन से काम करते आ रहे मध्यप्रदेश के हजारों अतिथि शिक्षकों की सेवाएं लगातार जारी रखी जा सकें जबकि अतिथि शिक्षकों के द्वारा बेहतर परीक्षा परिणाम दिलाए जाने बेहतर काम करने के लिए चारो ओर प्रसंशा की जाती है जबकि फिर से बेरोजगार हुए अतिथि शिक्षकों के परिवारों पर गहरी गरीबी का असर पड़ने वाला है वैसे तो इनको काम से बहार किए जानेका सिलसिला शुरुआत यानी 2008 से ही बंद नहीं हुआ है शिक्षा विभाग की किसी भी नीति के आते ही इनको काम से बाहर होना ही पड़ता आ रहा है इसके पहले भी लाखो की तादाद में अतिथि शिक्षक काम से अलग किए जा चुके हैं जो काम धंधे की तलाश करते बहुत ज्यादा परेशान सड़कों पर देखें जा सकते हैं कुछ तो असमय काल कवलित भी हो चुके हैं क्योंकि अतिथि शिक्षक 2008 से यानी सत्रह वर्षो से इसी काम पर लगे हुए हैं प्रबंधन और पढ़ाई कार्य में दक्ष हो चुके अतिथि शिक्षकों को सरकार इनके नियमिति कारण पर विचार अब भी नही कर रही है जबकि विधानसभा चुनाव 2023 के ठीक पहले 2 सितंबर को तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में पंचायत बुलाकर नियमिती कारण वे संबंधित सेवाएं लगातार जारी रखने सालाना अनुबंध करने की घोषणा भी कर चुके है सरकार तो उनकी पार्टी की ही बनी हुई है पर उनके मुख्यमंत्री पद से हटते ही सारी की सारी घोषणाएं धारी की धरी रह गई वर्तमान मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने शिवराज सिंह की घोषणाओं पर अमल करने का अब तक नहीं किया है जिसके कारण अतिथि शिक्षकों को अप्रैल की आखरी तारीख से मंडला जिले के एकमुश्त लगभग चार हजार की बड़ी संख्या में बाहर होना पड़ रहा है अतिथि शिक्षक अब भी मोहन सरकार पर उम्मीद जाता रहे हैं की उनके कार्यकाल को आगे बढ़ाए जाने और अब तक बाहर होते जा रहे अतिथि शिक्षकों को काम पर बुलाए जाकर नियमित रोजगार पर लगाए रखने के आदेश जारी अवश्य कराए जायेंगे