वायु प्रदूषण रोकने के लिए लगाए अधिक से अधिक पेड़-शिवानी जैन एडवोकेट
ऑल ह्यूमन सेव एंड फॉरेंसिक फाउंडेशन डिस्टिक वूमेन चीफ शिवानी जैन एडवोकेट ने कहा कि से निकलने वाले दूषित जल को साफ करने के लिए बड़े-बड़े प्लाट लगाने चाहिए। फैक्टिरयों और कारखानों को नदियों से दूर कर देना चाहिए। सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना चाहिए। वन संरक्षण तथा वृक्षारोपण को सर्वाधिक प्राथमिकता देनी चाहिए।
थिंक मानवाधिकार संगठन एडवाइजरी बोर्ड मेंबर डॉ कंचन जैन ने कहा कि वायु प्रदूषण रोकने के लिए गाड़ी खरीदते समय ईंधन कुशल और वैकल्पिक ईंधन वाले वाहनों की खरीद पर विचार कीजिए।
मां सरस्वती शिक्षा समिति के प्रबंधक डॉ एच सी विपिन कुमार जैन, संरक्षक डॉक्टर आरके शर्मा, निदेशक डॉक्टर नरेंद्र चौधरी, आलोक मित्तल एडवोकेट, ज्ञानेंद्र चौधरी एडवोकेट, शार्क फाउंडेशन की तहसील प्रभारी डॉ एच सी अंजू लता जैन, एडवोकेट बीना जी, विमला चौधरी आदि ने कहा कि
वायु प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़े पर्यावरणीय खतरों में से एक है। वायु प्रदूषण के स्तर को कम करके, देश स्ट्रोक, हृदय रोग, फेफड़ों के कैंसर और अस्थमा सहित पुरानी और तीव्र श्वसन रोगों के बोझ को कम कर सकते हैं।
उन्होंने जन-जन से आह्वान किया कि वायु प्रदूषण को रोकने के लिए अधिक-से-अधिक पेड़-पौधे लगाएं।
औद्योगिक संस्थानों में निर्माण की प्रक्रिया में बदलाव लाये जिससे कि कम मात्रा में प्रदूषण हो।
फैक्ट्री की चिमनी की ऊँचाई बढ़ाऐ।
सौर ऊर्जा एवं पवन ऊर्जा का अधिक-से-अधिक प्रयोग करना।
वाहनों की वायु प्रदूषण संबंधी जाँच नियमित रूप से करना।
धूम्रपान रोकने की प्रवृत्ति को बढ़ावा दें।
शिवानी जैन एडवोकेट
डिस्ट्रिक्ट वूमेन चीफ