**शासन की स्वीकृति में स्पष्ट इंकित है की 375000 की राशि में से मजदूरी के लिए 35904रूपये और सामग्री के लिए 339000रूपये आबाँटीत किया गया है**
निर्माण एजेंसी नें सामग्री के नाम पर पैसों की अंधाधुंध हेराफेरी कर अपनी अपनी जेबे भारी हैं, निर्माणाधीन वर्क शेड के छत के बीचो बिच बहुत बढ़ा गेपिंग (होल) हैं जिससे बरसात का पानी वर्क शेड के अंदर ही गिरेगा, वर्क शेड की दीवारों पर ठीक से प्लास्टर भी नहीं किया गया हैं, वैसे तो एक चीज की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुईं हैं की वेर्क शेड के आसपास एक शौचालय बनाना हैं की दो लेकिन यहां पर एक ही शौचालय बनाया गया हैं जिसकी स्थिति दयनीय है शौचालय की दीवारों को ठीक से प्लास्टर नहीं किया गया हैं शौचालय की छत कही पर मोटे कही पर पतले दिखाई देते हैं ऐसा प्रतीत होता हैं की निचे में छत को बना कर दीवारों के ऊपर रखा गया हैं इस प्रकार के गुणवत्ता हीन कार्यों को देख़ कर लागता हैं की इसमें सरपंच सचिव के आलावा अधिकारी भी मिलीभगत कर झोलझाल करते हुए शासकीय अनुदान राशि का दुरपयोग किया जा रहा हैं |