भगवान के प्रति श्रद्धा का भाव ही है मंगल का द्योतक-संतोष जी महराज

कथा सुनाते संतोष जी महराज

भगवान के प्रति श्रद्धा का भाव ही है मंगल का द्योतक-संतोष जी महराज

लालगंज, प्रतापगढ़। क्षेत्र के कौड़ियाडीह में हो रही श्रीमदभागवत कथा में श्रद्धालुओं की भारी भीड उमडी दिखी। कथाव्यास सन्तोष जी महराज ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण जगत के सुखों का स्वयं संरक्षा किया करते हैं। उन्होनें कहा कि भगवान की भक्ति का भाव ही मनुष्य के जीवन की दशा और दिशा को प्रवहमान बनाया करता है। संतोष जी महराज ने कहा कि द्वारिकाधीश ने अपने अवतार में संसार को यह बोध कराया है कि कर्मो का फल ही जीवन को सुखद या दुखद बनाया करता है। उन्होने कहा कि सुदामा के प्रति भगवान का अनुराग यह बतलाता है कि भगवान जीव की तप और साधना की निर्मलता को स्वीकार किया करते हैं। उन्होने कहा कि परीक्षित मोक्ष भी धर्म के नीतिगत ज्ञान का अनुपम उदाहरण है। कथा के संयोजक पं. माता प्रसाद पाण्डेय व विद्यावती पाण्डेय ने व्यासपीठ का पूजन अर्चन किया। अधिवक्ता अनिल पाण्डेय व जमुना प्रसाद पाण्डेय ने कथाव्यास संतोष जी महराज का सम्मान किया। सह संयोजक आशीष पाण्डेय व अजीत द्विवेदी, अमित मिश्र, सोम शुक्ल ने महाप्रसाद का वितरण कराया। इस मौके पर पूर्व प्राचार्य भगवती प्रसाद तिवारी, पं. रमाशंकर शुक्ल, शिक्षक नेता राजेश पाण्डेय, संयुक्त अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अनिल त्रिपाठी महेश, विकास मिश्र, अश्विनी उपाध्याय, बबलू मिश्र, मोनू पाण्डेय, हरिशंकर द्विवेदी, आदि रहे।

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