देश की सबसे युवा पूर्व प्रधान जबना चौहान की मां पर जानलेवा हमला, मारपीट कर ढांक से फेंका

देश की सबसे युवा पूर्व प्रधान जबना चौहान की मां पर जानलेवा हमला, मारपीट कर ढांक से फेंका

मंडी, 13 अप्रैल : देश की सबसे कम उम्र की पंचायत प्रधान रही जबना चौहान की मां धर्मी देवी पर जानलेवा हमला हुआ है। हमलावरों ने बेलचे, पत्थरों व तेज धार हथियारों से प्रहार कर उन्हे बुरी तरह से जख्मी कर दिया और उसके उपरांत ढांक से नीचे फेंक दिया ताकि किसी को कोई शक पैदा ना हो पाए। यही नहीं ढांक से नीचे फेंकने के उपरांत हमलावर पंचायत मुख्यालय केयोली धार बाजार में पहुंचे जहां उन्होंने लोगों में यह शोर मचा दिया की धर्मी देवी ढांक से गिर गई है। देखते ही देखते पंचायत प्रतिनिधियों सहित ग्रामीण मौके पर पहुंच गए।

परिजनों को इसकी सूचना दोपहर करीब पौने 1:00 बजे दी गई जबकि धर्मी देवी पर यह जानलेवा हमला करीब 10:00 बजे हुआ था। तीन घंटे में खून बह जाने से धर्मी देवी की हालत बेहद नाजुक हो गई थी। सूचना मिलते ही परिजन पहले घायल अवस्था में उन्हें बगस्याड़ अस्पताल ले गए जहां से नेरचौक मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया। हालत नाजुक देखकर नेरचौक मेडिकल कॉलेज से भी चिकित्सकों ने उन्हे आईजीएमसी शिमला भेज दिया है। रात करीब 11:30 बजे शिमला पहुंचने पर आईजीएमसी में चिकित्सकों की टीम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए रात को ही ऑपरेशन कर दिया। वर्तमान समय जबना चौहान की मां धर्मी देवी आईजीएमसी शिमला में आईसीयू में भर्ती है जहां वे जिंदगी और मौत से जूझ रही हैं।

दावा है कि हमलावरों ने जबना चौहान की मां धर्मी देवी को जान से मारने की पूरी योजना तैयार की थी। जिसके तहत उनके ऊपर यह हमला किया गया। हमलावरों को जब यह विश्वास हो गया कि धर्मी देवी की मौत हो गई है तो उन्होंने उसे ढांक से नीचे फेंक दिया ताकि कोई उनके ऊपर आशंका न जता पाए। उसके उपरांत उन्होंने स्वयं बाजार में जाकर लोगों में शोर मचा दिया कि वह ढांक से गिर गई है।

वहीं जबना चौहान ने बताया कि उनकी मां पर शेट गांव के सुरेश कुमार व उनकी पत्नी केसरी देवी तथा उनके बेटे ने मिलकर जानलेवा हमला किया है। उन्होंने मां को मार कर ढांक से नीचे फेंक दिया ताकि किसी को किसी प्रकार का कोई शक ना हो। अधमरी हालत में जब उन्हें लगा कि मां की मौत हो गई है तो हमदर्दी जताने के लिए उन्होंने बाजार में जाकर केयोलीधार में मां के ढांक से गिरने का शोर मचा दिया ताकि कोई उन पर शक न कर पाए। मां आईजीएमसी शिमला में आईसीयू में है तथा जिंदगी और मौत से जूझ रही है।

Exit mobile version