फलोदी मंडी में किसानों को फसल प्रयोगशाला की जानकारी नहीं होने के कारण नहीं मिला रहा फसल का पुरा दाम

जिम्मेदार मंडी प्रशासन बैठा है चुप किसानों को नहीं है मंडी के रुल्स का ध्यान व्यापारी कर रहे भाव में मनमर्जी

oplus_0
oplus_0
फलोदी जिला तो बन गया है लेकिन किसानों की मंडी में अपनी फसल कैसे बेचें तथा फसल कि क्वालिटी कैसी है मंडी में प्रयोग शाला में क्या होता है किसानों को क्या फायदा मिलेगा अपनी फसल प्रयोगशाला में टेस्ट कराने से तथा बोली लगाने वाला व्यक्ति कब निर्धारीत रेंट लगा कर अपनी बोली बंद करें ये सभी नियम विधि कि जानकारी फलोदी मंडी में आने वाले किसानों को नहीं है इसी कारण किसानों की फसल का रूपये व्यापारी नहीं लगाते है किसान व्यापारी द्वारा लगाईं गई फसल को ही सही रेंट समझ कर चुपचाप किसान रहता है यदि फलोदी मंडी में बोली के दौरान मंडी का सरकारी कर्मचारी व्यापारीयों के साथ रह कर तथा मंडी प्रशासन द्वारा प्रत्येक किसान की फसल प्रयोगशाला में टेस्ट कराने की सुविधाएं सुनिश्चित कर खरीददारी की जाये तो किसान को फसल का दाम सही मिल सकता है आज फलोदी मंडी में एक किसान आज रायड़ा का सेंपल प्रयोगशाला लेकर पहुंचा लेकिन प्रयोगशाला में कोई कर्मचारी नहीं मिला जिस कारण फ़सल का सेंपल वापस लेकर आया तथा अपनी फसल व्यापारी की मनमर्जी अनुसार बैचेन पर मजबूर होना पड़ा किसान अशोक ने बताया की अभी किसानों को प्रयोगशाला आदि की जानकारी नहीं है इसलिए किसान अपनी फसल व्यापारी के द्वारा लगाए गए दाम पर बेच रहे हैं
Exit mobile version