नदी में डूबे छात्र की मिली लाश, मचा कोहराम

बिस्कोहर। त्रिलोकपुर थाना क्षेत्र के छगड़िहवा गांव के पास 25 मार्च को बूढ़ी राप्ती नदी में डूबे छात्र का शव 22 घंटे बाद दूसरे दिन मंगलवार दोपहर उसी स्थान पर मिला। एनडीआरएफ की टीम ने कांटा डालकर निकाला। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं, घर में कोहराम मच गया।

सोमवार को इटवा थाना क्षेत्र के कापिया नकटी गांव निवासी विकास उर्फ सत्यम दुबे, रिषभ द्विवेदी व अमन दुबे त्रिलोकपुर थाना क्षेत्र के मुड़िला बक्सी गांव में रिश्तेदारी में गए थे। जहां से तीनों युवक मुड़िला निवासी सिवेश मिश्र को लेकर गांव से छगड़िहवा गांव के पास बूढ़ी राप्ती नदी पर आए थे। नहाते समय विकास उर्फ सत्यम दुबे (20) पुत्र रामजी दह्नबे गहरे पानी में चले जाने के कारण डूब गया था। उसी दिन दोपहर से त्रिलोकपुर पुलिस गोताखोरों की मदद से तलाश कर रही थी, लेकिन पता नहीं चला।

दूसरे दिन मंगलवार को एनडीआरएफ की टीम ने काटा डालकर घटना स्थल के पास से ही युवक का शव निकाला। युवक का शव देख मौके पर मौजूद परिजनों में कोहराम मच गया। इस संबंध में एसओ त्रिलोकपुर चंदन कुमार ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

बीएससी एग्री कल्चर का छात्र था विकास उर्फ सत्यम दुबे

इटवा थाना क्षेत्र के कापिया नकटी गांव निवासी रामजी मिश्रा के दो बेटों में मृतक विकास उर्फ सत्यम छोटा बेटा था। बड़ा बेटा गुड्डू परिवार को लेकर गुजरात में काम करता है, और पिता रामजी 10 वर्ष से स्वास्थ्य खराब होने के कारण बेड रेस्ट पर हैं। मृतक विकास उर्फ सत्यम गोरखपुर में रहकर बीएससी एग्री कल्चर की पढ़ाई करता था। वह होली पर छुट्टी में आया था। सोमवार को वह अपने दो दोस्तों के साथ त्रिलोकपुर थाना क्षेत्र के मुडिला बक्सी गांव में रिश्तेदारी में आया था। जहां से वह तीन युवकों के साथ बूढ़ी राप्ती नदी छगड़िहवा घाट पर नहाने गया था। नहाते समय उसकी डूबने से मौत हो गई। पिता रामजी बेटे के डूबने के बाद से ही सदमे में आ गए थे, क्योंकि सत्यम से उनकी उम्मीदें जुड़ी थीं। बेटे की मौत ने उन्हें और झकझोर दिया है।

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