अस्पताल की अधूरी बिल्डिंग कागजो में हो गयी पूरी ,मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दे पाने में स्वास्थ्य अमला नाकाम बड़े दुर्भाग्य की बात है की आमजन के सुविधाओं के लिए बनाई गई तीन माले की बिल्डिंग राजनीति का शिकार हो गयी करोड़ो की लागत से बने सिविल हॉस्पिटल अमरपाटनके भवन का लाभ आजतक मरीज नही ले पा रहे है नवनिर्मित अस्पताल में आज दिनाक तक न तो लिफ्ट शुरू हुई न ही ब्लड बैंक शुरू हुआ न ही सोनोग्राफी जैसी कोई सुविधाओं का शुभारंभ हुआ । मगर इन सबमे नेताओ का भला जरूर हुआ जिन्होंने अधूरे भवन का लोकार्पण कर अपना कोरम पूरा कर लिया , जानकारो की माने तो कागजो में यह भवन पूरी तरह से तैयार हो चुकी है और मरीज इसका लाभ भी ले रहा है अगर ऐसा है तो यकीनन इस बात कोई शक नही के यह बिल्डिंग भरष्टाचार की भेंट चढ़ने से अछूती होगी , जिम्मेदारो की इस लापरवाही से अमरपाटन के मरीज आज मोटा पैसा ख़र्च कर रीवा सतना में उपचार लेंने को मजबूर हैं।

अस्पताल की अधूरी बिल्डिंग कागजो में हो गयी पूरी ,मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दे पाने में स्वास्थ्य अमला नाकाम बड़े दुर्भाग्य की बात है की आमजन के सुविधाओं के लिए बनाई गई तीन माले की बिल्डिंग राजनीति का शिकार हो गयी करोड़ो की लागत से बने सिविल हॉस्पिटल अमरपाटनके भवन का लाभ आजतक मरीज नही ले पा रहे है नवनिर्मित अस्पताल में आज दिनाक तक न तो लिफ्ट शुरू हुई न ही ब्लड बैंक शुरू हुआ न ही सोनोग्राफी जैसी कोई सुविधाओं का शुभारंभ हुआ । मगर इन सबमे नेताओ का भला जरूर हुआ जिन्होंने अधूरे भवन का लोकार्पण कर अपना कोरम पूरा कर लिया , जानकारो की माने तो कागजो में यह भवन पूरी तरह से तैयार हो चुकी है और मरीज इसका लाभ भी ले रहा है अगर ऐसा है तो यकीनन इस बात कोई शक नही के यह बिल्डिंग भरष्टाचार की भेंट चढ़ने से अछूती होगी , जिम्मेदारो की इस लापरवाही से अमरपाटन के मरीज आज मोटा पैसा ख़र्च कर रीवा सतना में उपचार लेंने को मजबूर हैं।

अस्पताल की अधूरी बिल्डिंग कागजो में हो गयी पूरी ,मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दे पाने में स्वास्थ्य अमला नाकाम
बड़े दुर्भाग्य की बात है की आमजन के सुविधाओं के लिए बनाई गई तीन माले की बिल्डिंग राजनीति का शिकार हो गयी करोड़ो की लागत से बने सिविल हॉस्पिटल अमरपाटनके भवन का लाभ आजतक मरीज नही ले पा रहे है नवनिर्मित अस्पताल में आज दिनाक तक न तो लिफ्ट शुरू हुई न ही ब्लड बैंक शुरू हुआ न ही सोनोग्राफी जैसी कोई सुविधाओं का शुभारंभ हुआ ।
मगर इन सबमे नेताओ का भला जरूर हुआ जिन्होंने अधूरे भवन का लोकार्पण कर अपना कोरम पूरा कर लिया , जानकारो की माने तो कागजो में यह भवन पूरी तरह से तैयार हो चुकी है और मरीज इसका लाभ भी ले रहा है अगर ऐसा है तो यकीनन इस बात कोई शक नही के यह बिल्डिंग भरष्टाचार की भेंट चढ़ने से अछूती होगी , जिम्मेदारो की इस लापरवाही से अमरपाटन के मरीज आज मोटा पैसा ख़र्च कर रीवा सतना में उपचार लेंने को मजबूर हैं।

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