मध्य प्रदेश के मंडला जिले का बहुतचर्चित हिरदेनगर मेला का स्वरूप दिनों दिन बिगड़ता जा रहा है एक समय था की यह मेला काफीलोकप्रिय था लेकिन अब यह अवैध गतिविधियों के लिए काफी चर्चित हो चुका है यह मेला पालतू पशुओं की खरीदी बिक्री के लिए खास माना जाता है इसके अलावा कई तरह की रोजमर्रा की सामग्री भी यहां पर बिक्री होती है और गांव देहात के लोग बाग दूरदराज से यहां कई तरह रोजमर्रा की सामान खरीद ने आते हैं लेकिन अब यहां मेला धीरे धीरे अवैध कारोबार में तब्दील हो गया है यहां अवैध तरीके से शराब बिकती है तो जुआ सट्टा जैसे खेल भी संचालित होता है यहां चलने वाली इस तरह की अवैध कारोबार आमजन में चर्चा का विषय बना हुआ है इतना ही नहीं पशुओं की खरीदी के बाद क्या होता है इस की कभी जांच पड़ताल नहीं की जा रही है जो जरूरतमंद किसान है वे अपने उपयोग के लिए पशुओं को खरीद कर ले जाते हैं लेकिन सूत्रों कीमानो अधिकांश पशुओं को काटने के लिए खरीदा जाता है और मेला के दौरान ही उसका परिवहन किया जाता हैं औरअधिकांश पशुओं को पैदल मेला से वापस ले जाया जाता है यह कहा जाता है की पशुओं की बिक्री नहीं हुई जबकि जो लोग मेला से पशुओं को वापस ले जाते हैं उनमें से अधिकांश लोग ऐसे होते हैं जो संदिग्ध रहते हैं और जिन का काम सिर्फ पशुओंको काटने के लिए किया जाता है जबलपुर सहित कई बड़े शहरों पशुओं को वाहन से भेजा जाता है उन्हें कोई नहीं पकड़ता जबकि इस संबंध मे निगरानी के साथ दोषी पाए जाने पर दंडात्मक कार्यवाही भी कीजानी चाहिए