अंबेडकरनगर
जिला प्रशासन ने लोकसभा चुनाव में टांडा और जलालपुर नगर को सर्वाधिक संवेदनशील क्षेत्र में शामिल किया है। यहां सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम रहेंगे। इसके साथ ही 954 बूथ की वेबकास्टिंग होगी।32 स्थानों पर जिले की सीमाएं जरूरत के अनुसार सील होंगी जबकि 38 जोन और 155 सेक्टर मजिस्ट्रेट चुनाव को सकुशल संपन्न कराने की जिम्मेदारी संभालेंगे।
लोकसभा चुनाव का कार्यक्रम घोषित होने के साथ ही जिले में प्रशासन पूरी तरह चुनावी मोड में आ गया है। रविवार को कलेक्ट्रेट में चुनाव प्रबंधों की जानकारी देते हुए डीएम अविनाश सिंह ने बताया कि कोई भी प्रत्याशी अधिकतम 10 वाहनों का प्रयोग अनुमति के साथ कर सकता है। सभी दस वाहन एक साथ नहीं चल सकेंगे जबकि एक गाड़ी में अधिकतम पांच लोग सवार हो सकेंगे। प्रत्याशी अधिकतम 95 लाख रुपये का खर्च नए बैंक खाते के माध्यम से कर सकेगा।
चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से निपटाने के लिए यूं तो सभी क्षेत्रों में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम रहेंगे लेकिन टांडा नगर और जलालपुर नगर को सर्वाधिक श्रेणी में रख दिया गया है। यहां ज्यादा चौकसी हर तरीके से बरती जाएगी। कुल 954 बूथ की वेबकास्टिंग प्रशासन कराएगा। इसके लिए सभी जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं। कुल 1131 मतदान केंद्र में से 1073 ग्रामीण क्षेत्र के हैं जबकि 94 शहरी हैं।
जिला प्रशासन पूरे चुनाव में 205 वीडियो कैमरे का प्रयोग करेगा हालांकि एहतियातन 220 कैमरों का प्रबंध कर लिया गया है। नामांकन कलेक्ट्रेट में कराया जाएगा जबकि मतों की गणना राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज अकबरपुर में होगी। मतदान के बाद ईवीएम को यहीं बने स्ट्रांग रूम में रखा जाएगा।
38 जगह सील होगी सीमा
एसपी डॉ. कौस्तुभ ने बताया कि जिले की सीमा 38 स्थानों पर सील होगी। जिले के अंदर भी 40 बैरियर लगाकर नियमित सघन जांच होगी। 4500 हुड़दंग करने वाले लोग चिह्नित किए गए हैं। करीब 25 हजार लोगों पर शांति भंग और करीब 200 बदमाशों पर गुंडा एक्ट की कार्रवाई की जा चुकी है। 16 अपराधियों पर गैंगस्टर लगाने के साथ ही 60 की हिस्ट्रीशीट खोली गई है। कुल करीब 7600 लाइसेंस में से 40 फीसद असलहे जमा हो गए हैं। एसपी ने कहा कि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने या फिर चुनाव में किसी भी तरह की गड़बड़ी की कोशिश करने पर अत्यंत सख्ती से निपटा जाएगा।
सक्रिय रहेंगी कुल 71 टीमें
एडीएम डॉ. सदानंद गुप्त ने बताया कि आदर्श आचार संहिता का पालन कराने को कुल 71 टीम बनाई गईं हैं। इसमें 15 वीडियो निगरानी टीम, 15 उड़न दस्ता, 18 स्टैटिक सर्विलांस टीम, 10 वीडियो टीम, एक मीडिया प्रमाणन टीम, एक नोडल व्यय टीम, 10 लेखा टीम और एक लिकर निगरानी टीम शामिल है। यह टीम लगातार प्रत्येक गतिविधि पर निगरानी रखेगी। कहीं भी गड़बड़ी पाए जाने पर विधिक कार्रवाई होगी। 40 प्रतिशत दिव्यांग और 85 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को घर पर मतदान करने की सुविधा का विकल्प दिया जा रहा है। फेक और पेड न्यूज के मामलों में सख्त कार्रवाई होगी। सोशल मीडिया पर नियमित निगरानी होगी। 250 बूथों को मॉडल के तौर पर स्थापित किया जाएगा।