
*_पालकोट अलंकेरा पथ की दशा सुधरेगी 7:30 करोड़ से सड़क बनाने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू_*
_पिछले कई दसकों से पालकोट प्रखंड मुख्यालय से अलंकेरा तक तकरीबन सात किलोमीटर सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीणों द्वारा की जाने वाली मांग डीसी कर्ण सत्यार्थी के पहल पर अब पूरा होता नजर आ रहा है।जानकारी के मुताबिक देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले कार्यकाल में सचिव रहे राजीव तोपनो के विशेष आग्रह पर राज्यसभा सांसद एमजे अकबर उक्त सड़क पर पड़ने वाली श्री तोपनो का गांव मतिमटोली को गोद लिए थे।और जब सांसद एमजे अकबर मतिमटोली आए थे तब ग्रामीणों का सबसे पहला और अहम मांग था की पालकोट से अलंकेरा भाया करौंदा बेड़ा सड़क बनवा दिया जाय।इसके बाद सांसद श्री अकबर के लाख प्रयास के बावजूद सड़क की स्थिति में कोई तब्दीली नही आई थी।क्योंकि यह सड़क वन विभाग के कई हिस्सों से होकर गुजरती है और वन विभाग से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) नही मिलने के कारण निर्माण कार्य में अड़चन पैदा होती थी।हालांकि इधर इन सब मामलों को क्लियर कर लेने की सूचना है।वहीं उक्त जर्जर सड़क से होकर गुजरने वाली पालकोट उतरी पंचायत के दर्जनों गांव के लोग पिछले चुनाव में “रोड नही तो वोट नहीं” का नारा बुलंद कर किसी भी पार्टी के नेता को गांव घुसने से रोक लगाने के लिए ग्रामीण बैरियर लगा कर चुनाव का विरोध कर रहे थे।पालकोट से अलंकेरा तक सात किलोमीटर सड़क बहुत जल्द करीब साढ़े सात करोड़ से अधिक की लागत से बनना शुरू हो जायेगा इसको लेकर टेंडर की सारी प्रक्रिया करीब करीब पूर्ण कर ली गई है।उक्त सड़क के निर्माण से टेंगरिया और पालकोट उतरी पंचायत के अलंकेरा,मतिमटोली,डांडटोली,चटकपुर और करौंदाबेड़ा समेत दर्जनों गांव के हजारों लोगों को प्रखंड मुख्यालय पालकोट आने – जाने में काफी सहूलियत होगी।_