
*अंबेडकरनगर!*
*लोकनिर्माण विभाग की मनमानी बनीं जनता की परेशानी!*
*शासन की मंशा के विपरित पैसा कमाने में जुटा लोकनिर्माण विभाग……………………………*
*कहीं सड़क निर्माण कार्य पूरा होने के बाद ही टूटती सड़कें लोगों को आक्रोशित कर रही हैं तो कहीं कहीं सड़क पर कुछ कंक्रीट डालकर ही पैसा हजम कर लिया जाता है और जनता महीनों तक इंतजार करती रहती है*
*जलालपुर विधानसभा क्षेत्र में एक सड़क पर चुनाव अधिसूचना जारी होने से पहले ही गड्ढों को भरने के लिए थोड़ा प्रयास और जनता के उपर और बड़े संकटों को पैदा कर दिया गया तथा मार्च क्लोजिंग में पैसा भी पूरा निकाल कर बांट लिया गया*
*बिना टेंडर प्रक्रिया पूरी हुए कोई सड़क पर कंक्रीट डालकर छोड़ नहीं सकता क्योंकि पहले पता नहीं होता कि यह ठेका किसे मिलेगा और दूसरे मार्च क्लोजिंग के बाद नया बजट आवंटन हुआ नहीं तथा चुनाव के दौरान कोई नया काम शुरू किया नहीं जा सकता*
*फिलहाल भ्रष्टाचार की खुली छूट मिल गई है या फिर अपने मनमानी पर उतारू हो कर लोकनिर्माण विभाग सरकार को बदनाम करने पर तुला हुआ है लेकिन जनता की जिंदगी पर बड़ा संकट खड़ा है*
जो एक्सईएन जलालपुर उपजिलाधिकारी के निर्देश पर सड़कों पर लटकी हुई झाड़ियों तथा दुर्घटना को दावत दे रहे जनहित के काम को नहीं कराया और पैसे की व्यवस्था कहां से होगी?? ऐसा घटिया सवाल खड़े कर दिया वह अपने पास से गड्ढा तो भरवाएगा नहीं और टेंडर प्रक्रिया पूरी हुए बिना ठेकेदार को पता होगा नहीं फिर क्यों अधूरा है निर्माण कार्य सत्र बीत गए………?
सरकारी धन व कार्य नियमों से बंधे होते हैं