
गमजदा माहौल में मौलाना फारूक हुए सुपुर्दे-ए-खाक, दो आरोपी भेजे गए जेल
जनाजे में आखिरी नमाज में उमड़ी भीड़
जनाजे में शामिल होने पहुंचे राज्यसभा सदस्य इमरान प्रतापगढ़ी
लालगंज-प्रतापगढ़। जमीनी विवाद में जमीअत-ए-उलमा के पदाधिकारी रहे मौलाना फारूक की हत्या को लेकर जेठवारा थाना क्षेत्र के सोनपुर गांव में रविवार को भी तनाव का माहौल दिखा। राज्यसभा सदस्य इमरान प्रतापगढ़ी भी सोनपुर गांव पहुंचे। जिला प्रशासन को भी घटना के दूसरे दिन हाई-अलर्ट देखा गया। पुलिस ने मौलाना की हत्या के दो आरोपियों को दबोचकर जेल भी भेज दिया है।
इधर रविवार को सुबह जनाजे की नमाज के बाद मौलाना फारूक (65) को नम आंखों के बीच सुपुर्दे-ए-खाक कर दिया गया। मौलाना के सुपुर्दे-ए-खाक के समय हजारों की भीड़ गमजदा नजर आयी। इधर कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य इमरान प्रतापगढ़ी ने भी जनाजे में शामिल होकर मौलाना की मौत पर दिली गम का इजहार किया। सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने जेठवारा थाने में मौजूद जिले के एसपी सतपाल अंतिल से भी मुलाकात कर घटना के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही पर जोर दिया।
जनाजे की नमाज को लेकर एसपी सतपाल अंतिल जेठवारा थाने में मौजूद रहकर कानून और व्यवस्था पर कड़ी नजर जमाये दिखे। वहीं जिले के अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी संजय राय, एएसपी पूर्वी दुर्गेश सिंह, एसडीएम सदर उदयभान सिंह व सीओ लालगंज रामसूरत सोनकर, सीओ अमरनाथ गुप्ता के साथ जेठवारा, लालगंज, बाघराय, मानधाता, कोतवाली देहात की फोर्स के अलावा दो प्लाटून पीएसी भी मुस्तैद दिखी। घटना को लेकर जमीअत-ए-उलमा प्रतापगढ़ के अध्यक्ष मुफ्ती जमीलुर्रहमान कासमी ने डीएम को ज्ञापन भी सौंपकर
कड़ी कार्यवाही की मांग उठायी है। वहीं कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य इमरान प्रतापगढ़ी ने जनाजे में शामिल होने के बाद कहा कि मौलाना फारूक के निधन को अपनी व्यक्तिगत क्षति तथा पारिवारिक दुःख कहा। उन्होंने कहा कि मौलाना फारूक ने सदैव हिंदू मुस्लिम एकता के साथ समाज को जोड़ने का काम किया। उन्होंने लोगों से कहा कि प्रशासन घटना को लेकर कार्यवाही कर रहा है।
ऐसे में शान्ति बनाए रखना हम सब की जिम्मेदारी है। उन्होंने मौलाना फारूक के दुःखी परिजनों को अपनी तरफ से पांच लाख की मदद का भी एलान किया है। इधर घटना को लेकर जेठवारा पुलिस ने नामजद आरोपियों में से दो को हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने आरोपी चन्द्रमणि तिवारी तथा सीमा को पुलिस ने जेल भेज दिया। इधर मौलाना के आखिरी जनाजे में शामिल होने के लिए प्रतापगढ़ के अलावा अन्य जिलों से भी लोगों को यहां जमा हुए देखा गया।