2024 के लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद कटेहरी विधानसभा की सीट लालजी वर्मा के सांसद बनने से यह सीट रिक्त हो गई। जिसको लेकर के तमाम लोगों के नाम सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, चुनाव से पहले ही अखिलेश यादव सुल्तानपुर से अपने हेलीकॉप्टर में उड़ने से पहले भीम निषाद को साथ में लेकर सुल्तानपुर से अंबेडकर नगर का सफर किया जिस दौरान भीम निषाद को लेकर के सूत्रों की माने तो सुल्तानपुर का टिकट कटने के बाद अखिलेश सिंह यादव ने यह वादा किया था की कटेहरी विधानसभा से आप तैयारी करिए। जिसकी चर्चा जनता के बीच में हो रही है कि स्थानीय कटेहरी विधानसभा के विधायक वर्तमान अंबेडकर नगर सांसद लालजी वर्मा से भी यह चर्चा हो चुकी है। यह कहा जा सकता है की कटेहरी विधानसभा में भीम निषाद एक मजबूत कैंडिडेट अखिलेश यादव के नजर में हैं । क्योंकि ये वह सीट है जहां पर तीन बार के विधायक धर्मराज निषाद बने जो बहुजन समाज पार्टी की सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे, उसके उपरांत समाजवादी पार्टी से प्रत्याशी रहे शंखलाल मांझी ने भी लालजी वर्मा को इसी सीट से हराया था। जो अखिलेश की सरकार में मंत्री भी रहे कहीं ना कहीं यह माना जाता है की कटेहरी विधानसभा की सीट निषाद समाज के लिए बहुत ही बेहतर साबित होता है।इन्हीं सब इतिहास को देखते हुए भीम निषाद का समाजवादी पार्टी से कटेहरी विधानसभा की जनता एक मांग कर रही है। भीम निषाद का वो चेहरा है जो समाजवादी पार्टी के संगठन की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं तो इससे माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी में भीम निषाद की एक मजबूत पकड़ है और इस मजबूत पकड़ के बदौलत भीम निषाद का टिकट समाजवादी पार्टी में कटेहरी विधानसभा से मिलना लगभग तय माना जा रहा है भीम निषाद उत्तर प्रदेश में इस वक्त निषाद समुदाय के मसीहा के रूप में उभर रहे हैं भीम निषाद की चर्चा लोकसभा चुनाव में पूरे प्रदेश में हुई जिसकी वजह से प्रदेश में समाजवादी पार्टी ने अपने स्थापना के बाद पहली बार सबसे अधिक 37 सीट जीती है इतनी सीट समाजवादी पार्टी के संस्थापक पूर्व मुख्यमंत्री आदरणीय नेताजी माननीय मुलायम सिंह के जमाने में भी समाजवादी पार्टी नहीं जीत पाई थी जो इस बार लोकसभा चुनाव 2024 में चर्चा का विषय बना हुआ है । अब देखा यह है की आने वाले वक्त में समाजवादी पार्टी कटेहरी विधानसभा से प्रत्याशी के रूप में किस चेहरे को सामने लेकर आती है, इतना ही नहीं बल्कि भीम निषाद सपा की PDA फार्मूले पर फिट बैठ रहे हैं! और PDA फार्मूले के तहत ही पूरे पूर्वांचल में भी निषाद ने लोकसभा चुनाव में प्रचार किया था