
झारखंड के मौसम में आज फिर परिवर्तन देखने को मिलेगा |मौसम विभाग ने आज पूरे राज्य में अलग –अलग समय में मेघ गर्जन, आकाशीय बिजली गिरने के साथ बारिश होने की बात कही है |वहीं तेज हवा भी आज चलेगी |इसे देखते हुए मौसम विभाग ने राज्य के सभी जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है |
वहीं 18 मई यानी रविवार को राज्य के सभी जिलों में मेघ गर्जन, वज्रपात और 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है |इसको लेकर मौसम विभाग में चार जिला गढ़वा, पलामू, चतरा और लातेहार में यलो अलर्ट जारी किया है |वहीं रांची सहित 20 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है |
शुक्रवार को हुई बारिश से मिली राहत
जानकारी के अनुसार शुक्रवार को राज्य के गोड्डा, पाकुड़, दुमका, सिमडेगा, गुमला गिरिडीह और पूर्वी सिंहभूम आदि जगहों पर मेघ गर्जन और वज्रपात के साथ –साथ बारिश भी हुई है |इससे लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली है |
जबकि राजधानी रांची में दोपहर बाद आकाश में बादल छाए रहे |मेघ गर्जन हुआ |शुक्रवार को राज्य में सबसे अधिक तापमान मेदिनीनगर (डाल्टनगंज) का रहा |यहां का तापमान 42.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया तो राजधानी रांची का अधिकतम तापमान 39.2डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है |
वहीं 17–05–2025 दिन शनिवार दोपहर के दौरान पलामू के हुसैनाबाद में बारिश का असर दिखा दोपहर करीब 1:00 बजे मेघ गर्जन और वज्रपात के साथ –साथ बारिश भी हुई है |इससे लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली है |
झारखंड में क्यों बदल रहा है मौसम
मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार, यूपी के पश्चिम और उत्तरी भाग में साइक्लोनिक सर्कुलेशन से लेकर बांग्लादेश के उतरी भाग तक निम्न दबाव का टर्फ बना हुआ है |यह इन राज्यों के तराई क्षेत्रों से होकर गुजर रहा है |इस वजह से असर झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्रों में देखा जा रहा है |
किसानों के लिए है विशेष सलाह
मौसम विभाग ने किसानों को विशेष ध्यान देने को कहा है |अगले तीन –चार दिन मौसम में जिस तरह से बदलाव होने वाला है उसमें अलर्ट रहने की जरूरत है |मौसम विभाग ने कहा है कि आंधी तूफान से पौधे, बागवानी और खड़ी फसलों को नुकसान हो सकता है |इसके अतिरिक्त खेतों में काम कर रहे लोगों को आकाशीय बिजली से झटका लगा सकते हैं |इसलिए सतर्क रहने की जरूरत है |
मौसम विभाग ने कहा है कि तैयार सब्जियों को तोड़ ले |अगर सब्जी का बिचड़ा तैयार करने के लिए नर्सरी में पौधा लगाए हैं तो उसके बचाव के लिए प्लास्टिक सीट से ढक दें |पालतू जानवरों को बारिश की स्थिति को देखते हुए सुरक्षित जगह पर रखें और खुद भी सुरक्षित रहे |खेतों में आंधी तूफान के समय काम करने से बचें |