
राजेसुल्तानपुर (अंबेडकरनगर)। एक तरफ जहां भीषण गर्मी से त्राहि-त्राहि मची है, वहीं नहर में पानी न आने से किसानों की फसलें खेतों में सूखने की कगार पर पहुंच गईं हैं। एक तरफ जहां धान की नर्सरी प्रभावित हो रही तो वहीं सब्जी आदि की फसल सूखने से किसान परेशान हैं।
गर्मी को देखते हुए हर दूसरे तीसरे दिन फसलों को पानी की जरूरत होती है लेकिन पंपिंग सेट के सहारे फसलों को बचा पाना किसानों के लिए चुनौती बना हुआ है।
मालूम हो कि करीब 62 किलोमीटर लंबे जहांगीरगंज रजबहे से 20 हजार किसान खेतों की सिंचाई करते हैं। रजबहे से नरियाव, सिंहपुर, नेवारी, केसरपुर, समैसा, अंबारी बंगालपुर, चांडीपुर समेत करीब दो दर्जन माइनर जुड़ी हुईं हैं, जो अलग-अलग क्षेत्र में किसानों को पानी उपलब्ध कराती हैं। हालांकि अब तक रजबहे में पानी न आने से किसानों के सामने मुश्किलें खड़ी हो गईं हैं। भीषण गर्मी में भूमि तप रही है। ऐसे में खेतों में नमीं बनाए रखना किसानों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है।
बता दें कि मौजूदा समय में किसानों ने गन्ना, पिपरमिंट, उड़द, मक्का, चरी के अलावा सब्जी आदि की खेती कर रखी है। तपिश को देखते हुए इन फसलों को हर दूसरे तीसरे दिन पानी की जरूरत होती है। लेकिन रजबहे में पानी न होने से किसान इन फसलों को समय से पानी दे पाने में असफल साबित हो रहे हैं। बारिश न होने से किसानों की मुश्किलें और बढ़ गईं हैं। दरअसल किसानों को उम्मीद थी कि मई आखिरी व जून माह में बारिश होगी। इससे फसलों को लाभ होगा लेकिन इस बार बारिश भी अब तक नहीं हुई। ऐसे में पंपिंग सेट से फसलों की सिंचाई कर पाना सभी किसानों के लिए नुकसान का सौदा साबित हो रहा है।
पंपिंग सेट से सिंचाई करने में एक बार में कम से कम पांच सौ रुपये से एक हजार रुपये का डीजल लगता है, जो आर्थिक रूप से कमजोर किसानों के सामर्थ्य से बाहर है। नियमित सिंचाई न होने से कई किसानों की सब्जी की फसलें खेत में सूखने की कगार पर पहुंंच गईं हैं। जबकि अन्य फसलें का भी विकास पानी के अभाव में रुक गया है। धान की नर्सरी भी पानी के अभाव में प्रभावित हो रही। किसान बृजेंद्र वर्मा, राम सुरेश, राधेश्याम व घनश्याम यादव आदि ने प्रशासन से जल्द से जल्द रजवाहे में पानी छोड़े जाने की मांग की है।
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इन गांवों के किसानों को हो रही मुश्किल
टांडा तहसील क्षेत्र के शिब्लीपुर से निकलकर आलापुर तहसील क्षेत्र के गढ़वल के पास पिकिया नदी में मिलने वाले रजबहे से बसखारी, अछती, इन्दईपुर, नकगदा, हुसेनपुर, जगदीशपुर, नारियांव, जहांगीरगंज, हरिहरपुर, आदमपुर, नसीरपुर, उमरी जलाल, अशरफपुर, सोल्हवा, केदरुपुर, करौंदी, हज्जीपुर, जल्लापुर, सकाशीपुर, कियामपुर, दशवतपुर, इटहिया, अहिरौली रानीमऊ, गढ़वल समेत अन्य गांवों के करीब 20 हजार किसान पानी के अभाव में परेशान हैं।
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जल्द छोड़ा जाएगा पानी
जहांगीरगंज रजबहे में 25 जून के बाद पानी छोड़ा जाएगा, जो टेल तक पहुंचेगा। किसानों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। – एसपी सिंह, अधिशासी अभियंता