
फर्जी जाति प्रमाण पत्र की शिकायत पर कार्यवाही की मांग
बैतूल के सोहनलाल राठौर ने कलेक्टर को आवेदन देकर की नियम विरुद्ध जाति प्रमाण पत्र निरस्त करने की मांग
बैतूल। गणेश वार्ड निवासी सोहनलाल राठौर ने कलेक्टर को आवेदन देकर एक गंभीर शिकायत दर्ज की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि बैतूल में कई लोग फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाकर अनुसूचित जनजाति के आरक्षण का अनुचित लाभ उठा रहे हैं। उन्होंने इस मामले पर कार्यवाही की मांग की है और इसके लिए अपने पूर्व में दिए गए आवेदन पत्रों का हवाला भी दिया है।
सोहनलाल राठौर ने बताया कि उन्होंने 31 दिसंबर 2019 और 5 मार्च 2024 को भी इस विषय पर आवेदन दिया था, लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। उन्होंने अपने आवेदन में बताया कि एस.डी.एम. बैतूल के कार्यालय द्वारा 1 अगस्त 2015 को राजू सोनारे को गोंड गायकी जाति का स्थायी जाति प्रमाण पत्र जारी किया गया था, जो कि नियम विरुद्ध है। उन्होंने इस प्रमाण पत्र को निरस्त करने की मांग की है।
सोहनलाल ने दावा किया कि मप्र शासन की सूची के अनुसार गोंड जाति में गयकी नाम की जाति का प्रमाण पत्र जारी किया जाना चाहिए, जबकि अहीर जाति में गायकी मप्र शासन के पिछड़े वर्ग की सूची में सम्मिलित है। इसके बावजूद, एस.डी.एम. बैतूल ने गोंड गायकी जाति का प्रमाण पत्र जारी किया, जो कि अनुचित है।
राठौर ने यह भी बताया कि ऐसे फर्जी जाति प्रमाण पत्र के कारण वास्तविक लाभार्थियों को उनका हक नहीं मिल पाता है और अन्य लोग अनुचित तरीके से इसका लाभ उठा रहे हैं। उन्होंने सरकार से ऐसे फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है। उन्होंने एक समाचार की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि मध्यप्रदेश में अब तक 54822 फर्जी जाति प्रमाण पत्र पकड़े जा चुके हैं।
उन्होंने अपने आवेदन में सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज की गई शिकायत का भी उल्लेख किया है और कहा कि राज्य स्तरीय छान-बीन समिति ही इस मामले की सही जांच कर सकती है। अंत में, सोहनलाल राठौर ने कलेक्टर से आग्रह किया है कि वे इस मामले पर त्वरित और कठोर कार्यवाही करें ताकि भविष्य में ऐसे फर्जीवाड़े को रोका जा सके।