*बेखौफ शराब का अवैध कारोबार कार्रवाई करने में प्रशासन लाचार*
बड़वारा एवम आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में शराब का अवैध कारोबार शराब ठेकेदार के द्वारा किया जा रहा है। शराब की मनमानी कीमते सुरा प्रेमियों से डंके की चोट पर वसूली जाती है तथा प्रशासन को चुनोती देते हुए खुले आम अवैध देशी व अंग्रेजी शराब की विक्री कर लाखों रुपये का मुनाफा कमाया जा रहा है वहीं शासन को लाखों रुपये की राजस्व की छति पहुंचाई जा रही है। अवैध शराब विक्री करने वाले ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने में स्थानीय व उच्च स्तरीय अधिकारी लाचार नजर आ रहे हैं। है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों व सामाजिक संगठनों को अवैध शराब विक्री की जानकारी होने के बावजूद भी इनके द्वारा अवैध शराब विक्री करने वालों के खिलाफ किसी भी तरह का कोई भी अभियान नही चलाया जाना सन्देह को जन्म देता है। जगह जगह ग्राम ग्राम में शराब बिकने से नई युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में आ रही है जिससे कई परिवार बर्बादी की कगार पर पहुंच गए हैं। साधारण परिवार के लोग बाहुवली शराब व्यापारियों के रसूख और ख़ौफ़ से खुलकर विरोध नही कर पा रहे हैं बेचारे शिकायत करें भी तो किससे करें प्रशासनिक अधिकारी अवैध शराब बिक्री करने वाले व्यापारियों व ठेकेदार के खिलाफ कारवाई करने में ढिलाई बरत रहे हैं।
*नजरें चुराता प्रशासन*-
अवैध शराब बिक्री करने वाले व्यापारियों एवम ठेकेदार के विरुद्ध ठोस कारवाई करने की जगह स्थानीय प्रशासन व आवकारी विभाग के अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है। दिखावे के लिए मीडिया में सुर्खी बटोरने व अपने उच्च अधिकारियों की शाबासी पाने के लिए गाहे बगाहे छोटे मोटे व्यापारियों पर कार्रवाई कर अखबारों व यू ट्यूब चैनलों में हेड लाइन में अपना मुख्य किरदार निभाते नजर आते रहते हैं। जिला में पदस्थ आला अधिकारी यदि अवैध शराब विक्रय करने वाले व्यापारियों तथा अवैध शराब विक्रय का कार्य खुलेआम करने वाले ठेकेदार के खिलाफ स्थानीय व जिला प्रशासन के अधिकारी अगरचे (यदि) सख्त कार्रवाई करने की जहमत उठाएं तो निश्चित तौर पर अवैध शराब विक्रय करने वालों के हौसले पस्त होंगे व अवैध शराब विक्रय के कार्य करने पर रोक लगेगी तथा नशा मुक्त समाज की अवधारणा सही मायने में समाज मे स्थापित हो सकेगी।